वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह से पहले औपचारिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है। शपथ ग्रहण से चंद घंटे पहले वॉशिंगटन में आयोजित मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) रैली में उन्होंने कहा,”हम अपने देश को पहले से कहीं अधिक महान बनाने जा रहे हैं। हम कल दोपहर (20 जनवरी) को अपने देश को उसका गौरव वापस लौटाने जा रहे हैं।”
ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका में पतन के 4 लंबे वर्षों का पर्दा गिर चुका है। ट्रंप ने कहा, ‘हम अमेरिकी शक्ति और समृद्धि, सम्मान और गौरव के एक नए दिन की शुरुआत कर रहे हैं।
उन्होंने डेमोक्रेट खेमे के बाइडन प्रशासन के कार्यकाल पर हमला बोला और कहा, हम हमेशा के लिए, एक असफल, भ्रष्ट राजनीतिक प्रतिष्ठान के शासन को समाप्त करने जा रहे हैं। हम इसे अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे हैं।’
इस समारोह में टेस्ला के मालिक एलन मस्क भी शामिल हुए। रैली में एक्टर जॉन वोइट और संगीतकार किड रॉक सहित कई सेलिब्रिटी उपस्थित थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कर दूंगा
ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि “मैं यूक्रेन में युद्ध समाप्त कर दूंगा, मैं मध्य पूर्व में अराजकता को रोक दूंगा और मैं तीसरे विश्व युद्ध को होने से रोकूंगा और आपको पता नहीं है कि हम तीसरे विश्व युद्ध के कितने करीब हैं।”
सेना से वामपंथी विचारधाराओं को बाहर निकालूंगा
अमेरिका के बच्चों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने करने के लिए भी ट्रंप कोशिश करने वाले हैं। रैली में उन्होंने कहा कि हम अपने स्कूलों में देशभक्ति को बहाल करने जा रहे हैं, अपनी सेना और सरकार से कट्टरपंथी वामपंथी विचारधाराओं को बाहर निकालेंगे। हम अमेरिका को फिर से महान बनाने जा रहे हैं।”
राष्ट्रपति बनते ही एक्शन में दिखेंगे ट्रंप
जानकारी के मुताबिक, पद संभालने के बाद ही वह एक्शन में नजर आने वाले हैं। व्हाइट हाउस में प्रवेश करने के तुरंत बाद वह 100 से अधिक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।
ओवल ऑफिस डेस्क पर ये उनका इंतजार कर रहे होंगे, जिसे उनकी टीम ने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के लिए तैयार कर रखा है। सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे। कार्यकारी आदेशों का मुख्य उद्देश्य चुनावी वादों को पूरा करना है।
NBC न्यूज को दिए साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा कि वह पहले दिन कार्यकारी कार्यों की रिकार्ड संख्या पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं। कार्यकारी आदेश राष्ट्रपति द्वारा एकतरफा जारी आदेश है, जो कानून की तरह शक्ति रखता है।
कानून के विपरीत कार्यकारी आदेशों को कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती। कांग्रेस उन्हें पलट नहीं सकती, लेकिन अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
इन मुद्दों पर जल्द ही फैसले ले सकते हैं ट्रंप
उनके करीबी सहयोगियों में से एक स्टीफन मिलर ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से पांच विषय शामिल होंगे। दक्षिणी सीमा को सील करना, सामूहिक निर्वासन, महिलाओं के खेल से ट्रांसजेंडर लोगों को रोकना, ऊर्जा अन्वेषण पर प्रतिबंध हटाना और सरकारी दक्षता में सुधार करना।
कार्यकारी आदेशों में उनके समर्थकों को माफ करने की उम्मीद है, जिन्हें चार साल पहले छह जनवरी को कैपिटल हिल हमले में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया था।
ट्रंप की ओर से बाइडन के कुछ कार्यकारी आदेशों और कार्यों को वापस लेने की भी उम्मीद है। उनमें से प्रमुख हैं पेरिस जलवायु समझौता, जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर प्रतिबंध हटाना। बाइडन ने अपने पहले दिन नौ कार्यकारी आदेश जारी किए थे। इनमें से छह में ट्रंप के फैसलों को पलटना शामिल था।
हजारों लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले उनकी नीतियों के खिलाफ विरोध करने के लिए हजारों लोग वॉशिंगटन डीसी में एकत्र हुए। पीपुल्स मार्च के बैनर तले सखी फार साउथ एशियन सर्वाइवर्स समेत गैर-लाभकारी संस्थाओं के गठबंधन ने ट्रंप की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों के हाथों में ट्रंप विरोधी पोस्टर और बैनर थे। प्रदर्शनकारियों ने अगले ट्रंप, टेस्ला के मालिक एलन मस्क सहित उनके कुछ करीबी समर्थकों के खिलाफ नारे लगाए। इसी समूह ने जनवरी 2017 में भी विरोध प्रदर्शन किया था, जब ट्रंप पहली बार सत्ता में आए थे।