टैरिफ पर US राष्ट्रपति ट्रंप ने लिया यू-टर्न; चीन बोला- बाघ के गर्दन में लगी घंटी…

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर एक बार फिर यू-टर्न लिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश को अनुचित व्यापार संतुलन में छूट नहीं दी गई। शुक्रवार को कोई टैरिफ छूट का एलान नहीं किया।

ट्रंप का बयान अमेरिका के सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग के एलान के बाद आया है, जिसमें विभाग ने कहा था कि स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स को पारस्परिक टैरिफ से छूट दी गई है।

चीन को नहीं दी गई छूट

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमारे खिलाफ अनुचित व्यापार संतुलन और गैर-मौद्रिक टैरिफ बाधाओं के मामले में किसी भी देश को छूट नहीं दी गई है।

खासकर चीन को तो नहीं, जो हमारे साथ अब तक सबसे बुरा व्यवहार करता रहा है। ट्रंप ने आगे कहा कि शुक्रवार को कोई टैरिफ छूट घोषित नहीं की गई। ये उत्पाद मौजूदा 20% फेंटेनाइल टैरिफ के अधीन होंगे।

इन्हें अलग टैरिफ बकेट में रखा जाएगा। फेक न्यूज को यह पता है। मगर वे इसे रिपोर्ट करने से इनकार करते हैं। हम आगामी राष्ट्रीय सुरक्षा टैरिफ जांच में सेमीकंडक्टर और संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स आपूर्ति श्रृंखला पर नजर रख रहे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद पर अलग से लगेगा टैरिफ

व्हाइट हाउस के वरिष्ठ सलाहकार स्टीफन मिलर ने एक्स पर लिखा कि ये सभी उत्पाद चीन पर लगे मूल 20 प्रतिशत टैरिफ के अधीन हैं।दरअसल, ट्रंप ने सबसे पहले अवैध फेंटेनाइल की तस्करी के कारण चीन, मेक्सिको और कनाडा पर 20 फीसदी टैरिफ लगाया था।

स्टीफन इसी टैरिफ की बात कर रहे हैं। उधर, वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए अलग टैरिफ का एलान जल्द किया जाएगा।

दो महीने में नए टैरिफ की होगी घोषणा

सीमा शुल्क विभाग के बाद शुक्रवार को व्हाइट हाउस ने पारस्परिक टैरिफ से इलेक्ट्ऱानिक उत्पादों को बाहर रखने की पुष्टि की थी। ट्रंप के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने भी कहा था कि चीन से आने वाले अहम तकनीकी उत्पादों पर अगले दो महीनों के भीतर सेमीकंडक्टर के साथ-साथ अलग से नए शुल्क लगाए जाएंगे।

शुक्रवार को हुई इस घोषणा को एप्पल और डेल जैसी कंपनियों के लिए बडी राहत के तौर पर देखा जा रहा था। दरअसल, ये कंपनियां चीन से आयातित उपकरणों पर निर्भर हैं।

चीन ने कसा तंज

चीन ने कहा कि अमेरिका में चीनी तकनीकी उत्पादों पर दी गई छूट का मूल्यांकन किया जा रहा है। इस बीच चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक तंज भी कसा और कहा कि बाघ की गर्दन पर लगी घंटी को केवल वही व्यक्ति खोल सकता है जिसने उसे बांधा है।

Back to top button