‘पाक को आतंकी प्रायोजित देश घोषित करें ट्रंप’, US के पूर्व अधिकारी की मांग

वाशिंगटन डीसी। पेंटागन के पूर्व अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बारे में बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर संघर्ष शुरू किया और भारत इसका शिकार हुआ। भारत की सेना ने खुद को काफी सक्षम दिखाया है।

उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन देकर संघर्ष शुरू किया। भारतीय आतंकवाद के शिकार हैं। हालांकि मैं शुरू में इस बात के लिए आलोचनात्मक था कि प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देने में इतना समय लिया, लेकिन यह स्पष्ट है कि भारतीय सेना सावधानीपूर्वक योजना बना रही थी और भारतीय सेना ने खुद को कहीं अधिक सक्षम दिखाया है।”

‘पाकिस्तान छटपटा रहा है’

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रहा है। रुबिन ने कहा कि जब कोई खुद को गड्ढे में देखता है, तो उसे खुदाई बंद कर देनी चाहिए।

 उन्होंने कहा, “पाकिस्तान अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए छटपटा रहा है लेकिन असीम मुनीर को यह समझना चाहिए कि गड्ढा खोदने का पहला नियम यह है कि जब आप गड्ढे में हों, तो खोदना बंद कर दें।”

माइकल रुबिन ने कहा, “पाकिस्तान को अमेरिका द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए।” रुबिन ने कहा कि हालांकि अमेरिका ने अलग-अलग आतंकवादी समूहों को नामित किया है, लेकिन उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश नहीं घोषित किया है।

उन्होंने कहा, “अमेरिका ने पहले लश्कर-ए-तैयबा जैसे व्यक्तिगत आतंकवादी समूहों को आतंकवादी घोषित किया है, लेकिन हमने पाकिस्तान को खुद आतंकवाद का प्रायोजक देश घोषित नहीं किया है।

अब समय आ गया है कि ऑक्टोपस के अंगों को आतंकवादी घोषित करने की बजाय उसके सिर को आतंकवादी घोषित किया जाए। अमेरिका को स्पष्ट रूप से भारत का साथ देना चाहिए।”

असीम मुनीर पर साधा निशाना

रुबिन ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने अपना लक्ष्य बता दिया था। उन्होंने तर्क दिया था कि हिंदुओं और मुसलमानों को एक साथ रहने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।”

उन्होंने कहा, “वास्तविकता यह है कि वे भारत में सफलतापूर्वक एक साथ रह रहे हैं। अब वे पाकिस्तान में एक साथ सफलतापूर्वक नहीं रह रहे हैं, इसका एकमात्र कारण यह है कि पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से अपने अल्पसंख्यकों को देश से बाहर निकाल दिया है।” रुबिन ने कहा कि जब भी सरकार विफल होती है, तो वे अपने अल्पसंख्यकों पर बंदूकें तान देते हैं।

उन्होंने कहा, “जब भी पाकिस्तान भ्रष्टाचार, अर्थव्यवस्था, समाज या अपने नेतृत्व के मामले में आंतरिक रूप से विफल होता है, तो वह सरकार की विफलताओं से पाकिस्तानी लोगों का ध्यान हटाने के लिए अपने अल्पसंख्यकों पर बंदूक तान देता है।”

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