
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य टकराव को लेकर बयान दिया है और संघर्ष से निपटने में केंद्र सरकार पर साहस, रणनीति और पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया है।
हैदराबाद में ‘जय हिंद’ यात्रा से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए रेवंत रेड्डी ने केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि भाजपा सैन्य टकराव को एक राजनीतिक हथकंडे की तरह इस्तेमाल कर रही है।
तेलंगाना सीएम ने मोदी सरकार पर भारत-पाक के बीच हुए सैन्य टकराव के नतीजों को लेकर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि चार दिन के टकराव के बाद क्या हुआ? किसने आत्मसमर्पण किया? हमें नहीं पता।
रेवंत रेड्डी ने क्या-क्या आरोप लगाए?
संघर्ष विराम की समाप्ति की घोषणा भारत ने नहीं बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों की?
संघर्ष विराम के फैसले पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाने के लिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भाजपा की बयानबाजी पर भी सवाल उठाया।
पाकिस्तान ने कितने राफेल जेट नष्ट किए?
नागरिकों और राजनीतिक दलों की बार-बार की मांग के बावजूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस पाने में विफल रहने के लिए सरकार की आलोचना की।
‘युद्ध सिर्फ भाषण देने के बारे में नहीं’
भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मोदी सरकार की तुलना करते हुए रेवंत रेड्डी ने कहा कि युद्ध सिर्फ भाषण देने के बारे में नहीं है। यह साहस, संकल्प और रणनीति के बारे में है।
उन्होंने 1971 के युद्ध और बांग्लादेश निर्माण का हवाला देते हुए कहा, “जब अमेरिका ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, तब इंदिरा गांधी अपने फैसले पर डटी रहीं और भारत ने 1971 का युद्ध जीता। उस युद्ध में हमने न केवल जीत हासिल की, बल्कि पाकिस्तान को विभाजित कर बांग्लादेश का निर्माण किया और कड़ा जवाब दिया।”
रेवंत रेड्डी ने कहा, “लेकिन आज चीन ने हमारी 4 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है, सूर्यपेट के हमारे जवान कर्नल सुरेश बाबू को मार डाला और हमारे प्रधानमंत्री चुप हैं।”
‘राहुल गांधी PM होते तो वापस ले लेते PoK’
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि वो इस स्थिति को अलग तरीके से संभालते। उन्होंने कहा, “अगर राहुल गांधी प्रधानमंत्री होते तो वह PoK को वापस ले आते। पीएम मोदी प्रतिबंधित 1 हजार रुपये के नोट की तरह हैं। हमें राहुल गांधी जैसे नेताओं की जरूरत है।”
रेवंत रेड्डी ने कहा, “मोदी हमारे लिए कभी भी युद्ध नहीं जीत सकते हैं, केवल प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी ही ऐसा कर सकते हैं।” उन्होंने भाजपा की तिरंगा रैलियों पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या ये रैलियां वास्तव में पहलगाम हमले के पीड़ितों और युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की याद में आयोजित की जा रही है?