ईरान पर ट्रंप के बदले सुर! कहा-इजरायल के पास सीमित क्षमता

वाशिंगटन। इजरायल और ईरान के बीच 9 दिनों से जंग जारी है और दोनों ही देश एक-दूसरे पर मिसाइलों से हमले कर रहे हैं।

इन हमलों में बड़े-बड़े शहर तबाह हो रहे हैं और इजरायल का मुख्य निशाना ईरान के न्यूक्लियर प्लांट है और उसे तबाह करने के लिए इजरायल ने अमेरिका से मदद भी मांगी है।’

इजरायल के पास है सीमित क्षमता

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल द्वारा मदद मांगने की बात पर कुछ ऐसा बयान दिया है, जिसके सुनकर इजरायल को अच्छा नहीं लग सकता है।

दरअसल, ईरान के खिलाफ इजरायल का साथ देने के लिए अमेरिकी फौजों को भेजने की संभावना के बारे में पूछा जाने पर ट्रंप ने कहा कि यह आखिरी विकल्प होगा।

उन्होंने कहा, “अभी हमारे पास अधिकतम दो हफ्ते का समय है। इजरायल के पास ईरान के अंडरग्राउंड फोर्दो (FORDOW) न्यूक्लियर प्लांट को अपने दम पर नष्ट करने की क्षमता नहीं है।

इजरायल के पास बहुत सीमित क्षमता है। वो फोर्दो के एक हिस्से को ही थोड़ा-बहुत नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन इसे खत्म नहीं कर सकता।”

अमेरिका का दावा

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का दावा है कि ईरान के पास न्यूक्लियर बम बनाने की पूरी क्षमता है।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ईरान के सुप्रीम लीडर के आदेश पर ईरान कुछ हफ्तों में न्यूक्लियर बम बना सकता है।

कैरोलिन ने कहा कि तेहरान के पास न्यूक्लियर बम बनाने के लिए जरूरी सामान है। अगर ईरान परमाणु बम तैयार कर लेता है तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरा होगा और इससे खतरा बढ़ेगा।

ईरान ने भारत के लिए खोला अपना एअरस्पेस

बता दें, इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर 12 जून को धावा बोला था। इस हमले को इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन नाम दिया था।

इसके जवाब में ईान ने तेल अवीव सहित कई शहरों में अटैक करना शुरू कर दिया था।इसके बाद से दोनों ओर से लगातार हमले हो रहे हैं।

इस बीच ईरान ने भारत के लिए अपना एअरस्पेस खोल दिया है। जंग के बीच ईरान में फंसे भारतीयों को सकुशल वापस लाया जा रहा है।

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