गाजा में हालात बेहद गंभीर, इजराइल ने यूएन की खाना देने वाली एजेंसी को किया बैन

येरुशलम। गाजा में हालात गंभीर होते जा रहे हैं, यदि जल्द सीजफायर नहीं हुआ तो स्थिति और भी खराब हो सकती है। गाजा हेल्थ मिनिस्ट्री ने जानकारी दी है कि पिछले 24 घंटे में भूख से 18 लोगों की मौत हो चुकी है।

इसके अलावा, इज़राइली सेना ने गाजा में कम से कम 115 फिलिस्तीनियों को मार डाला है, जिनमें से 92 वे लोग हैं जो राहत सामग्री पाने की कोशिश कर रहे थे। इस हमले में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

गाजा में भुखमरी चरम पर पहुंच चुकी है, खासकर बच्चों की मौतें भूख की वजह से हो रही हैं। हेल्थ अधिकारियों ने बताया कि बीते 24 घंटे में एक छह हफ्ते के नवजात और तीन बच्चों की भूख से मौत हुई है।

यह युद्ध के 21 महीने के इतिहास में सबसे खतरनाक समय है, जब कुपोषण और भूख की वजह से लोगों का जीवन खतरे में है। इनमें से एक बच्चे, यूसुफ अल-सफादी, गाजा के उत्तरी हिस्से के अस्पताल में भर्ती था, जिसकी मौत हो गई है।

वहीं, 13 साल के अब्दुल हमीद अल-घालबान की मौत साउथ गाजा के अस्पताल में हुई। राहत सामग्री की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित है, और लाखों लोग भुखमरी की कगार पर हैं।

इज़राइल ने गाजा में यूएन की खाना देने वाली एजेंसी को बैन कर दिया है, इसकी जगह अमेरिकी समर्थन प्राप्त संस्था GHF को राहत कार्य सौंपा है लेकिन, लगातार आरोप लग रहे हैं कि राहत लेने के दौरान यहां लोगों पर गोलियां चलाई जाती हैं।

अब तक 800 से अधिक लोगों को राहत सामग्री लेने के दौरान या रास्ते में ही मारा गया है। स्थिति बेहद चिंताजनक है, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस संकट का समाधान जल्द से जल्द चाहिए।

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