प्रयागराज/लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड के बाद बदले हालात में पुलिस अतीक अहमद गिरोह का नया गैंग चार्ट तैयार कर रही है। अतीक, अशरफ और चार अन्य के मारे जाने के बाद गिरोह के चार्ट में बदलाव किया जाना पुलिस जरूरी समझ रही है।
अतीक के खात्मे के बाद अब आपराधिक घटनाओं में सक्रियता को देखते हुए गैंग सरगना के तौर पर पुलिस अली का नाम जोड़ सकती है। इधर, कई और अपराधियों का नाम तेजी से उभरा है, जिन्हें गैंग के सदस्य के तौर पर जोड़ने पर विचार हो रहा है।
गैंग के सौ से अधिक अपराधियों को किया गया चिह्नित
पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहे अतीक अहमद का अंतरराज्यीय गिरोह आइएस-227 दो दशक पहले पंजीकृत किया गया था। अतीक को गिरोह का सरगना तो अशरफ, आबिद, फरहान, मल्ली, जुल्फिकार तोता जैसे करीब सवा सौ अपराधियों को गिरोह का सदस्य चिह्नित किया गया।
उमेश पाल की 24 फरवरी को हत्या के बाद पूछताछ के लिए जेल से कस्टडी पर लिए गए अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ को 15 अप्रैल की रात काल्विन अस्पताल परिसर में तीन शूटरों ने गोलियों से छलनी कर दिया था।
नए सिरे हो रही समीक्षा
गिरोह के सरगना और सदस्यों के मारे जाने के बाद अब अतीक के गैंग चार्ट की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है। नया गैंग चार्ट बनेगा तो उसमें अतीक की जगह सरगना कोई और होगा और सदस्यों के नाम भी जोड़े तथा काटे जाएंगे।