पटरी से उतरी मालगाड़ी, दिल्ली-आगरा रेल ट्रैक चरमराया; 42 ट्रेनों का मार्ग बदला

आगरा। आगरा-दिल्ली रेलमार्ग पर बुधवार रात कोयला लदी मालगाड़ी के 26 वैगन पटरी से उतरने के बाद रेल यातायात बुरी तरह चरमरा गया। अप-डाउन के साथ ही तीसरी लाइन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। चौथी लाइन से बुधवार देर रात आगरा से दिल्ली रूट पर ट्रेन संचालन शुरू किया गया।

500 मीटर ट्रैक क्षतिग्रस्त

दुर्घटना में 500 मीटर ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। ट्रैक पर लगे 800 स्लीपर भी टूट गए। कई ओवर हेड इलेक्ट्रिक (OHE) क्षतिग्रस्त होने के साथ ही खंभे टूटे हैं। युद्ध स्तर पर चल रहे राहत कार्य में 800 रेल कर्मचारियों को लगाया गया है। 12 जेसीबी के साथ क्रेन भी लगाई गई हैं।

42 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित

दुर्घटना के बाद वंदेभारत, राजधानी समेत 34 ट्रेनों को रद, आठ ट्रेन आंशिक रूप से रद रहीं। वहीं 42 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया।गुरुवार रात 26 घंटे बीतने के बाद एक और लाइन को चालू कर दी गई।

गुरुवार सुबह सवा छह बजे उत्तर मध्य रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी भी मौके पर पहुंच गए। जोशी ने बताया कि हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द ट्रेन संचालन शुरू करना है। टीमें जुटी हुई हैं। घटना के कारणों की विस्तृत जांच कराई जाएगी। बुधवार रात आठ बजे हाट एक्सल के चलते वृंदावन रोड व आझई रेलवे स्टेशन के बीच मालगाड़ी के 26 वैगन पटरी से उतर गए।

10 से अधिक वैगन एक-दूसरे पर चढ़कर पलट गए। इससे वैगन के साथ रेल ट्रैक भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। वैगन पलटकर दूसरी लाइन पर आने के कारण आगरा-दिल्ली रूट पर अप लाइन के साथ ही डाउन लाइन और तीसरी लाइन पर भी आवागमन बाधित हो गया।

देर रात आगरा-दिल्ली रूट पर चौथी लाइन से धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। मालगाड़ी में लदा कोयला फैलने और ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के कारण बाकी लाइनों पर ट्रेनों का संचालन शुरू कराने में दिक्कत आ रही थी। रात ढाई बजे के बाद राहत कार्य में तेजी आई।

दिल्ली से ट्रेनों के इस रूट पर संचालन बंद होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ज्यादातर यात्रियों ने आवागमन के लिए बसों का सहारा लिया। गुरुवार रात्रि 10 बजे तीसरी रेल लाइन चालू करा दी गई।

वहीं पहली और दूसरी लाइन के शुक्रवार सुबह शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।छत्तीसगढ़ से गुजरात जा रही थी मालगाड़ी : सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से 58 वैगन की मालगाड़ी सूरतगढ़ (गुजरात) जा रही थी।

बुधवार शाम यह कुछ देर के लिए आगरा कैंट स्टेशन पर रुकी। यहां जांच में सब ठीक मिलने पर नई दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया। मालगाड़ी के एक वैगन में 60 टन कोयला के हिसाब से पूरी ट्रेन में कुल 3460 टन कोयला लदा था।

पहियों से निकल रही थी चिंगारी

हेलो, मैं उप स्टेशन अधीक्षक वृंदावन रोड स्टेशन से बोल रहा हूं। आगरा से नई दिल्ली जा रही मालगाड़ी के पहियों से चिंगारी निकल रही है। ट्रेन की गति 60 किमी प्रति घंटा है। बुधवार रात 7.54 बजे उप स्टेशन अधीक्षक ने इन्हीं शब्दों के साथ कंट्रोल रूम को पहली जानकारी दी थी।

ठीक एक मिनट बाद रात 7.55 बजे तीसरी और चौथी रेल लाइन के अप और डाउन लाइन के ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) को बंद कर दिया गया। रात 8.16 बजे एक बार फिर उप स्टेशन अधीक्षक ने फोन किया और मालगाड़ी के डिरेल होने की जानकारी दी। रेलवे अधिकारियों की प्रारंभिक जांच में इस तथ्य का पता चला है।

क्या होता है हाट एक्सल

सेवानिवृत्त इंजीनियर टीके शर्मा के अनुसार वैगन में निर्धारित से अधिक माल लदा होने या फिर बेयरिंग की ठीक तरीके से जांच नहीं होने से हाट एक्सल हो जाता है। हाट एक्सल के दौरान वैगन के पहिये तेजी से गर्म होने लगते हैं। चिंगारी निकलने लगती है। इससे बेयरिंग टूट जाती है। ट्रेन के तेज गति से होने से वैगन पटरी से उतर जाते हैं।

Back to top button