नई दिल्ली। इजरायल और ईरान में जंग अब लगातार बढ़ती जा रही है। ईरान के हमलों के बाद बीते दिन इजरायल ने जोरदार पलटवार किया। इजरायल ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
ईरान पर हमले के बाद भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार का बयान सामने आया है। रूवेन ने कहा कि इजराइल केवल शांति चाहता है, लेकिन वो ईरान के किसी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ईरान को केवल संदेश दिया
एक समाचार चैनल से बातचीत में इजरायली राजदूत अजार ने कहा कि ईरान पर ये हमला केवल एक संकेत था कि अगर तेहरान इस लड़ाई में आगे बढ़ना चाहता है, तो इजरायल के पास कई और लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता है।
ईरान के सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना
राजदूत ने आगे कहा कि इजराइल ने जो किया, वह बहुत ही सटीक हमला था, जिसमें ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट किया गया। इस हमले में ईरान के मिसाइल और ड्रोन कार्यक्रमों से जुड़े सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया।
हमास और हिज्बुल्लाह जैसे ईरान समर्थित आतंकी संगठनों पर इशारा करते हुए राजदूत ने कहा कि हमने केवल संदेश दिया है कि इजराइल कुछ गलत सहने वाला नहीं है।
बता दें कि ईरान ने इससे पहले 1 अक्टूबर को इजरायली ठिकानों पर 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं, जिसके बाद इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई थी।
ईरान को और नुकसान हो सकता थाः राजदूत
राजदूत रूवेन अजार ने कहा कि हम अपने सहयोगियों विशेष रूप से अमेरिका के साथ पूरी तरह से समन्वय कर रहे हैं, जो हमारे कदमों का पूरी तरह से समर्थन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इजरायल ईरान को काफी नुकसान पहुंचा सकता था, लेकिन हमने जिम्मेदारी से ही अपनी प्रतिक्रिया दी और इसे सीमित किया, क्योंकि हम केवल हमास की सैन्य क्षमताओं को पूरी तरह से खत्म करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
तो ईरान को कीमत चुकानी होगी
जब राजदूत से पूछा गया कि क्या इजरायल कभी न खत्म होने वाले युद्ध में फंस गया है, तो उन्होंने कहा कि ऐसा लग सकता है लेकिन हम केवल अपना बचाव कर रहे हैं और दुश्मन को जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ईरान बातचीत की मेज पर नहीं आता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान नहीं
दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र परमाणु ऊर्जा निगरानी संस्था ने कहा कि इजरायल के हमले में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
Israeli ambassador said after the missile attackIAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने एक्स पर लिखा, “ईरान की परमाणु सुविधाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने ऐसी कार्रवाइयों पर संयम बरतने का भी आग्रह किया जो परमाणु सामग्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं।