बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को झटका, दिग्गज विकेटकीपर ने लिया संन्यास

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के लिए नवंबर का महीना काफी अहम है। इस महीने में उसे पाकिस्तान के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज तो खेलनी ही है, इसके बाद उसे भारत के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज भी खेलनी है।

इससे पहले ही ऑस्ट्रेलिया को झटका लगा है। उसके विकेटकीपर-बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने इंटरनेशनल क्रिकेट के अचानक संन्यास का एलान कर दिया है। वेड को संन्यास लेने के बाद दूसरी नौकरी भी मिल गई है।

वह अब ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोचिंग स्टाफ में नजर आएंगे। पाकिस्तान के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 सीरीज से वह अपना कार्यकाल शुरू करेंगे और वनडे में भी टीम के साथ जुड़े रहेंगे।

खेलते रहेंगे टी20 लीग

वेड ने कहा है कि वह अगले दो समर सीजन तक तस्मानिया के लिए घरेलू क्रिकेट और बिग बैश लीग खेलते रहेंगे। वेड ने संन्यास को लेकर कहा, “मुझे पूरी तरह से पता है कि इसी साल खेले गए टी20 वर्ल्ड कप के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरे दिन पूरे हो गए हैं।

चीफ सेलेक्टर जॉर्ज बेली और कोच एंड्रयू मैक्डोनाल्ड के साथ मैं अपने संन्यास को लेकर उनसे पिछले छह महीने से लगातार चर्चा कर रहा था।”

कोचिंग को लेकर वेड ने कहा, “पिछले कुछ सालों से कोचिंग मेरे रडार पर थी। किस्मत की बात है कि कुछ अच्छे मौके मेरे सामने आए जिसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं।

मैं बीबीएल और बाकी फ्रेंचाइजी लीग खेलता रहूंगा। लेकिन खिलाड़ी के तौर पर मेरी प्रतिबद्धताओं के साथ मैं कोचिंग भी करता रहूंगा।

मेरा इंटरनेशनल करियर खत्म हो गया है, इस मौके पर मैं अपनी टीम के सभी साथियों, स्टाफ और कोचेज का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैंने इस रोमांचक सफर का लुत्फ उठाया। मेरे साथ अगर अच्छे लोग नहीं होते तो मैं यहां तक नहीं पहुंचता।”

वेड ने अपने परिवार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “मैं अपने परिवार का भी शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया। मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि मैं उनका कितना शुक्रगुजार हूं।”

ऐसा रहा करियर

वेड साल 2021 में एरॉन फिंच की कप्तानी में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी तूफानी पारी ने टीम को हार के मुंह से बाहर निकाल जीत दिलाई थी। ये पारी आज भी चर्चा में रहती है।

वेड ने अपने देश के लिए 36 टेस्ट मैच खेले जिसमें 1613 रन बनाए जिसमें चार शतक और पांच अर्धशतक शामिल रहे। वहीं 97 वनडे मैचों में उनके बल्ले से 1867 रन निकले। 50 ओवरों के प्रारूप में उन्होंने एक शतक और 11 अर्धशतक जमाए।

टी20 में उन्होंने 92 मैच खेले और 1262 रन बनाए। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उन्होंने तीन अर्धशतक जमाए। टी20 में वह टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। भारत के खिलाफ उन्होंने टी20 में टीम की कप्तानी की थी।

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