कानपुर। भारत की रिकॉर्ड टेस्ट जीत का साक्षी बने ग्रीन पार्क स्टेडियम में एक वर्ष के प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा है। पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) की ओर से स्टेडियम की आउटफील्ड को असंतोषजनक रेटिंग में शामिल किया गया था। इसके चलते उसे एक डिमेरिट अंक दिया गया है।
अब उप्र क्रिकेट असोसिएशन (UPCA) को जल्द से जल्द आउटफील्ड की खामियों को पूरा करना होगा। जनवरी ICC की टीम स्टेडियम का निरीक्षण कर आउटफील्ड को देख सकती है। संतोषजनक स्थिति नहीं मिलने पर ग्रीन पार्क में अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए एक वर्ष का बैन झेलना पड़ सकता है।
भारत और बांग्लादेश मुकाबले में वर्षा के कारण हुई थी परेशानी
27 सितंबर से एक अक्टूबर तक ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश टेस्ट मैच में वर्षा के कारण आउटफील्ड खराब हो गई थी। इसका असर खेल पर पड़ा था। हालांकि, वर्षा प्रभावित मैच में भी भारत ने रिकार्ड अंदाज में खेलते हुए जीत हासिल कर ली थी।
पिछले सप्ताह ICC की ओर से भारत और बांग्लादेश मैच के लिए जारी की गई रिपोर्ट में आउटफील्ड को असंतोषजनक श्रेणी में रखा गया था। इसके लिए आइसीसी ने ग्रीन पार्क को एक डिमेरिट अंक जारी किया है। ऐसी स्थिति में यहां की आउटफील्ड को जल्द सुधारना होगा।
जनवरी में ICC की टीम के निरीक्षण में स्थिति बेहतर होने पर ही रिपोर्ट को दुरुस्त किया जाएगा। सुधार नहीं मिला तो स्टेडियम पर एक वर्ष का प्रतिबंध लग सकता है, यानि यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच नहीं हो पाएंगे।
UPCA ने बनाई है कायाकल्प की योजना
हालांकि टेस्ट मैच के बाद ही UPCA ने AGM में ग्रीन पार्क को नया रूप देने और पूरे स्टेडियम में ड्रेनेज सिस्टम को लगाने की योजना बना ली है। जिसकी दुरुस्त जल्द UPCA की टीम करेगी।
UPCA की मीडिया कमेटी के चेयरमैन डा. संजय कपूर ने कहा कि ग्रीनपार्क स्टेडियम का कायाकल्प जल्द किया जाएगा। यहां अत्याधुनिक ड्रेनेज सिस्टम को लगाने के लिए चेन्नई, लखनऊ समेत कई कंपनियों से बात हुई है। इसके अलावा हमारे इंजीनियर गैलरी की नई डिजाइन भी तैयार कर रहे हैं।