यरूशलेम। गाजा में पिछले 15 महीनों से चल रहा हमास और इस्राइल के बीच का युद्ध लगभग खत्म हो गया है। इस्राइल के मंत्रिमंडल ने शनिवार को गाजा में युद्ध विराम के समझौते को मंजूरी दे दी।
इसके बाद वहां बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों को रिहा होने का रास्ता साफ हो गया है। इसके साथ ही हमास के साथ 15 महीने से चल रहा युद्ध रुक जाएगा।
तीन चरणों में पूरा होगा संघर्ष विराम
यह संघर्ष विराम तीन चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में इस्राइल के 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा। बदले में इस्राइल भी 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
इस्राइली सेना भी गाजा से पीछे हटेगी। इस्राइल के न्याय मंत्रालय ने रविवार से रिहा किए जाने वाले 95 फिलिस्तीनियों की सूची जारी की है।
हमास के साथ लड़ाई रोकने का समझौता रविवार को लागू होगा। समझौते में मध्यस्थ करने वाले कतर और अमेरिका ने बुधवार को युद्ध विराम की घोषणा की थी, लेकिन यह समझौता एक दिन से अधिक समय तक अधर में लटका रहा, क्योंकि नेतन्याहू ने कहा था कि अंतिम समय में कुछ अड़चनें आईं, जिसके लिए उन्होंने हमास को जिम्मेदार ठहराया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस समझौते का कुछ कट्टरपंथी नेताओं ने विरोध किया था लेकिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार के 24 मंत्रियों ने समझौते के पक्ष में मतदान किया, जबकि आठ ने इसका विरोध किया है।
इससे पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा था कि गाजा पट्टी में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने संबंधी समझौते को लेकर सहमति बन गई है।
इस घोषणा से पहले नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा था कि गाजा में युद्ध विराम और फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले बंधकों को मुक्त करने के लिए वार्ता में अंतिम समय में रुकावटें आईं। मंत्रिमंडल की बैठक यहूदी ‘सब्बाथ’ की शुरुआत के बाद हुई, जो इस मौके की अहमियत को दर्शाता है।
यहूदी कानून के अनुसार, इजराइली सरकार आमतौर पर जीवन या मृत्यु के आपातकालीन मामलों को छोड़कर सब्बाथ में सभी काम रोक देती है। सब्बाथ का अर्थ होता है सप्ताह का सातवां दिन, जो शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक यहूदियों और कुछ ईसाइयों द्वारा विश्राम और पूजा के दिन के रूप में मनाया जाता है।
33 बंधकों की होगी रिहाई, छह इस्राइली अस्पताल तैयार
इस्राइल के छह अस्पतालों को बंधकों को रखने के लिहाज से तैयार किया गया है। इस्राइल के चिकित्सा निदेशालय के प्रमुख डॉ. हगर मिजराही ने कहा, हमारी मुख्य चिंता लंबे समय से बंधकों को रखे जाने की है… उन्हें संभवतः बहुत ही खराब परिस्थितियों, पोषण व स्वच्छता की कमी में रखा गया है।
करीब 100 बंधकों में थाइलैंड, नेपाल व तंजानिया के नागरिक शामिल हैं। संघर्ष विराम समझौते के तहत रविवार को 33 बंधकों की रिहाई हो सकती है। इनमें सभी महिलाएं, बच्चे व 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष शामिल होंगे। बाकी बधकों की रिहाई अगले दौर में होगी, जिनमें सैनिक भी होंगे।
इसके बदले अगले छह हफ्तों के दौरान इस्राइल सैकड़ों फलस्तीनी बंदियों को छोड़ेगा। कैदियों से संबंधित हमास कार्यालय के प्रमुख जाहेर जबरीन ने शुक्रवार को कहा कि इस्राइली जेलों से रिहा होने वाले लोगों के नाम प्रकाशित किए जाएंगे।
गाजा के कई इलाकों से इस्राइली सेना की होगी वापसी
समझौते के तहत गाजा के कई इलाकों से इस्राइली सेना की वापसी होगी। इसके बाद फलस्तीनी नागरिक अपने घरों को लौट सकेंगे, जो युद्ध की शुरुआत के बाद ही शरणार्थी शिविरों में दिन बिताने के लिए मजबूर हो गए थे। उधर, हमास ने कहा है वह सभी बधकों को तब तक नहीं छोड़ेगा, जब तक संघर्ष पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।
इस्राइली मंत्री ने सरकार छोड़ने की दी थी धमकी
इस्राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री व दक्षिणपंथी नेता इतामार बेन-ग्वीर ने संघर्ष विराम समझौते की आलोचना करते हुए इसे लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा कि यह समझौता युद्ध की उपलब्धियों को कमजोर करेगा। अगर इस समझौते को कैबिनेट से मंजूरी मिल जाती है, तो उनकी पार्टी ओत्जमा येहुदित सरकार से बाहर हो जाएगी।
15 महीनों में मारे जा चुके हैं 46 हजार से अधिक लोग
हमास ने सात अक्तूबर, 2023 को इस्राइल पर हमला कर दिया था। इसमें 1,200 लोग मारे गए थे। उसने करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इनमें से कई की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ रिहा भी कराए जा चुके हैं। गाजा युद्ध में अब तक 46 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
मिस्र ने बिना देरी संघर्ष विराम लागू करने की अपील की
मिस्र ने इस्राइल व हमास से बिना देर किए संघर्ष विराम समझौते को लागू करने का आह्वान किया है। विदेश मंत्री बद्र अब्देलती ने यह संदेश ऐसे संवेदनशील समय पर दिया जब 15 महीने से चल रहे विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने कहा, अब हम बिना किसी देरी के अंतिम अनुमोदन व कार्यान्वयन के लिए प्रयास कर रहे हैं।
गाजा के पुनर्निर्माण में लग सकते हैं 350 साल
संघर्ष विराम के साथ ही गाजा में वहां के बाशिंदों की वापसी की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। हालांकि, पूरा इलाका तबाह हो चुका है। घर ध्वस्त हो चुका है। सड़कों का नामोनिशान मिट चुका है। आवश्यक सुविधाएं बेहाल हैं।
संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि अगर गतिरोध जारी रहा तो गाजा के पुनर्निर्माण में 350 साल लग सकते हैं। उधर, गाजा संघर्ष विराम पर वार्ता के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों लेबनान पहुंचे हैं।