
नई दिल्ली। शुक्रवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स Nifty 50 और BSE सेंसेक्स शुक्रवार को मार्केट खुलने के कुछ ही देर बाद बुरी तरह गिर गए। इसका कारण ग्लोबल मार्केट में आई कमजोरी है।
मार्केट खुलने के कुछ ही देर बाद सेंसेक्स जहां 1300 अंक से ज्यादा लुढ़क गया तो वहीं निफ्टी 50 में 400 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई।
स्टॉक मार्केट में टाटा ग्रुप के सभी शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। वहीं इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) और स्पाइसजेट के शेयर में लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे।
गुरुवार को सेंसेक्स 81,692 अंक पर बंद हुआ था। यह 1200 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ 80,427.81 पर खुला।
कुछ ही देर में बाद इसमें 1300 अंक से ज्यादा की गिरावट आ गई और यह 80,354.59 अंक पर आ गया।
सुबह 10:15 बजे यह 830.59 अंकों की गिरावट के साथ 80,861.39 पर कारोबार कर रहा था।
वहीं निफ्टी गुरुवार को 24,888.2 पर बंद हुआ था। शुक्रवार को यह 24,473 पर खुला। यानी यह 400 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ खुला।
हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार दिखाई दिया। सुबह 10:15 बजे यह 251.60 अंकों की गिरावट के साथ 24,635.60 पर कारोबार कर रहा था।
कितना हुआ नुकसान
मार्केट में गिरावट से निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 5.52 लाख करोड़ रुपये घटकर 444.06 लाख करोड़ रुपये रह गया।
टाटा ग्रुप के शेयर गिरे
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में टाटा ग्रुप के स्टॉक्स में दो फीसदी से ज्यादा तक की गिरावट आई है।
Tata Technologies और Trent के शेयर 2.6 फीसदी तक गिर गए।वहीं टाटा पावर, टाटा कंज्यूमर, टाटा स्टील, TCS में भी एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई।
टाटा ग्रुप के शेयर में गिरावट एयर इंडिया विमान हादसे की वजह से आई है। एयर इंडिया अब टाटा ग्रुप का हिस्सा है।
इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयर भी लुढ़के
शुक्रवार को इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयर में भी बड़ी गिरावट आई। सुबह 10:30 बजे इंटरग्लोबल एविएशन (इंडिगो) के शेयर 3.63% की गिरावट के साथ 5284 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
वहीं स्पाइसजेट के शेयर 1.30% की गिरावट के साथ 44.10 रुपये पर थे। गुरुवार को भी इनमें गिरावट आई थी।
और आ सकती है गिरावट
मार्केट के जानकारों का कहना है कि बाजार में अभी और गिरावट आ सकती है। वे ग्लोबल मार्केट के संकेतों और अमेरिका-भारत के बीच व्यापार की बातचीत पर नजर रख रहे हैं।
फिलहाल, इजराइल का ईरान पर हमला बाजार के सेंटीमेंट को कमजोर कर सकता है।शुक्रवार को एशियाई बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। अमेरिकी वायदा बाजार में भी गिरावट का रुख रहा।
इजराइल की सैन्य कार्रवाई के बाद तेल की कीमतें बढ़ गईं। इससे निवेशकों ने सोना और स्विस फ्रैंक जैसी सुरक्षित जगहों पर निवेश करना शुरू कर दिया।
इजराइल की सैन्य कार्रवाई की खबर के बाद करेंसी मार्केट में तेजी से बदलाव आया। अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ जापानी येन और स्विस फ्रैंक जैसी सुरक्षित करेंसी मजबूत हुईं।