
नई दिल्ली/मुंबई । मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमलों से जुड़े एक अहम मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को बड़ी कानूनी कार्रवाई की है।
NIA ने इस केस से जुड़े मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ पहली सप्लीमेंट्री चार्जशीट NIA की विशेष अदालत पटियाला हाउस, दिल्ली में दाखिल की है।
यह मामला RC-04/2009/NIA/DLI के तहत दर्ज है। इसमें पहले से ही कुख्यात आतंकी डेविड कोलमैन हेडली सहित कई नाम शामिल हैं।
यह केस लश्कर-ए-तैयबा और हूजी जैसे आतंकी संगठनों द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमले की साजिश रचने से जुड़ा है।
तहव्वुर राणा, जो हेडली का करीबी साथी है, पर आरोप है कि उसने भारत में आतंकी नेटवर्क तैयार करने, लॉजिस्टिक सहयोग देने और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में मदद की थी।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट से खुलेगा राज
भारत ने अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी जो आखिरकार स्वीकृत हुआ और राणा को भारत लाया गया। इसके बाद इस सप्लीमेंट्री चार्जशीट में उसके खिलाफ नए दस्तावेज, सबूत और गवाहियां कोर्ट के सामने रखी गई हैं।
सप्लीमेंट्री चार्जशीट में क्या है खास?
NIA ने कोर्ट को बताया कि इस सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अमेरिका से मिले प्रत्यर्पण दस्तावेज, नई जांच रिपोर्ट, और कई तकनीकी और मौखिक साक्ष्य शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा कोर्ट के 6 जून 2025 के आदेश के अनुसार, NIA ने 2011 में दाखिल की गई मूल चार्जशीट से संबंधित दस्तावेजों की कॉपी भी आरोपी को उपलब्ध कराई है और उसकी धारा 207 CrPC के तहत अनुपालन रिपोर्ट दाखिल की गई है।
अब आगे क्या?
NIA का कहना है कि तहव्वुर राणा की भूमिका की जांच अभी जारी है और उसके खिलाफ कोर्ट में कानूनी प्रक्रिया को तेज करने की तैयारी की जा रही है। एजेंसी का मानना है कि उससे पूछताछ के बाद और भी कई नाम सामने आ सकते हैं।