
नई दिल्ली। दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण ब्लॉक्ड आर्टरीज हैं। आर्टरीज में प्लाक जमा होने की वजह से ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट आने लगती है और दिल की बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है।
आर्टरीज ब्लॉक होने की जानकारी आपको अपने पैरों को देखकर भी मिल सकती है। आर्टरीज ब्लॉक होने पर कुछ संकेत पैरों में भी दिखाई देते हैं। अगर समय पर इन्हें पहचान लिया जाए, तो दिल की बीमारियों का समय पर लगा सकते हैं।
पैरों में दिखने वाले ब्लॉक आर्टरीज के लक्षण
पैरों में आर्टरीज ब्लॉक होने की समस्या को पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) कहा जाता है। इसके लक्षण अक्सर धीरे-धीरे विकसित होते हैं। शुरुआत में ये सामान्य परेशानी लग सकते हैं, इसलिए सावधान रहना जरूरी है।
चलने-फिरने में दर्द- यह PAD का सबसे सामान्य और मुख्य लक्षण है। इसमें चलने, सीढ़ियां चढ़ने या कोई फिजिकल एक्टिविटी करने पर पैर की मांसपेशियों खासकर पिंडलियों में ऐंठन, सुन्नता, भारीपन या दर्द होता है।
हैरानी की बात यह है कि जैसे ही आप आराम करते हैं, यह दर्द कुछ मिनटों में अपने आप ठीक हो जाता है। फिर से चलना शुरू करने पर दर्द वापस आ सकता है।
पैरों का ठंडा पड़ना- एक या दोनों पैरों, खासकर तलवों का सामान्य से ज्यादा ठंडा होना। एक पैर दूसरे पैर की तुलना में ज्यादा ठंडा महसूस हो सकता है।
त्वचा में बदलाव- पैरों और पैर की उंगलियों के रंग में बदलाव, जैसे- पीला या नीला पड़ना। त्वचा चमकदार और पतली दिखाई दे सकती है।
घाव भरने में देरी- पैरों या पैर की उंगलियों पर छोटे-मोटे घाव, कट या खरोंच का ठीक होने में सामान्य से बहुत ज्यादा समय लगना। यह एक बहुत ही गंभीर चेतावनी है।
पल्स का कमजोर पड़ना- पैरों या पैर के ऊपरी हिस्से में नब्ज का महसूस न होना या बहुत कमजोर होना।
सुन्नता या कमजोरी- पैर में सुन्नता, झनझनाहट या कमजोरी महसूस होना।
पैरों में तेज दर्द- गंभीर मामलों में, आराम करते समय भी पैरों में तेज दर्द हो सकता है, खासकर रात में। त्वचा का रंग काला पड़ सकता है या टिश्यू डैमेज हो सकता है।
अगर आपके पैरों में ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो इन्हें इग्नोर न करें। नजरअंदाज करने से यह समस्या बढ़ सकती है। इसलिए ये लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।