
नई दिल्ली। दीपावली पर्व का शुभारंभ ‘धनतेरस’ या ‘धनत्रयोदशी’ के साथ होता है, जो कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरी जी की पूजा होती है। इसके अलावा इस शुभ अवसर पर नई वस्तुएं खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन की गई खरीदारी से धन-दौलत में अपार वृद्धि होती है।
मान्यताओं के अनुसार कुछ ऐसी वस्तुएं भी हैं, जिन्हें धनतेरस के दिन भूलकर भी नहीं खरीदना चाहिए, क्योंकि इन वस्तुओं को घर लाने से दरिद्रता का वास हो सकता है।
लोहे और स्टील से बनी वस्तुएं
धनतेरस पर धातु खरीदने की परंपरा है, लेकिन लोहे से बनी वस्तुएं खरीदना अशुभ माना जाता है। स्टील भी लोहे का ही एक रूप है, इसलिए स्टील के बर्तन या अन्य सामान खरीदने से भी बचना चाहिए। मान्यता है कि लोहा शनि का कारक होता है, और धनतेरस के दिन इसकी खरीदारी से जीवन में अशुभता आती है।
शीशे का सामान
कांच का संबंध राहु ग्रह से माना जाता है, इसलिए धनतेरस के शुभ दिन पर शीशे से बनी कोई भी वस्तु नहीं खरीदनी चाहिए। शीशा अस्थिरता का भी प्रतीक है। इसलिए इस मौके पर कांच के बर्तन, आईने या सजावटी सामान खरीदने से बचें, क्योंकि यह घर में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है।
नुकीली वस्तुएं
इस शुभ दिन पर चाकू, कैंची, पिन, सुई या किसी भी प्रकार की धारदार या नुकीली चीजें खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि नुकीली वस्तुएं घर में दुर्भाग्य और नकारात्मकता को बढ़ाती हैं, और ये समृद्धि के प्रवाह को काट देती हैं।
खाली बर्तन
धनतेरस पर बर्तन खरीदना बहुत शुभ होता है, लेकिन ध्यान रहे कि घर लाते समय वह बर्तन खाली न हो। कहते हैं कि खाली बर्तन घर में खालीपन का संकेत देते हैं।
इसलिए आप कोई नया बर्तन खरीदते हैं, तो उसे घर लाने से पहले चावल, दाल या पानी से भरकर ही लाएं। भरा हुआ बर्तन सुख-समृद्धि का प्रतीक होता है।
काले रंग की वस्तुएं
काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभता का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में धनतेरस के दिन काले रंग के कपड़े खरीदने से बचें।
तेल और घी
ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन तेल और घी खरीदना शुभ नहीं होता है। अगर आपको इनकी जरूरत है, तो एक दिन पहले ही इनकी खरीदारी कर लें। इस दिन इन्हें खरीदने से घर में आर्थिक तंगी आ सकती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों से संग्रहित की गई हैं। लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें।