
लखनऊ। माइक्रोफाइनेंस एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश (उपमा) ने आज लखनऊ स्थित होटल ताज में अपने 8वें वार्षिक अधिवेशन का भव्य आयोजन किया।
“माइक्रोफाइनेंस: रोजगार में सहायक” विषय पर आधारित इस अधिवेशन में देश के शीर्ष वित्तीय विशेषज्ञों ने भाग लिया और प्रदेश में रोजगार सृजन, उद्यमिता विकास तथा आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व उप-गवर्नर एम. के. जैन तथा सिडबी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. छत्रपति शिवाजी ने विशेष रूप से मुंबई से पधारकर सत्रों को संबोधित किया।
दोनों विशिष्ट अतिथियों ने माइक्रोफाइनेंस की महत्ता, भविष्य की संभावनाओं तथा उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति में इसकी भूमिका पर गहन विचार प्रस्तुत किए।
अधिवेशन के दौरान उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में माइक्रोफाइनेंस की भूमिका पर एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें यह रेखांकित किया गया कि माइक्रोफाइनेंस संस्थानों ने ग्रामीण एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी, उद्यमिता को प्रोत्साहन और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
कार्यक्रम में प्रमुख वित्तीय संस्थानों के वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य रूप से —गणेश नारायणन, अध्यक्ष, क्रेडिट एक्सेस ग्रामीण विवेक तिवारी, प्रमुख, सत्या माइक्रो कैपिटल एवं चेयरमैन, उपमाअनूप सिंह, प्रमुख, सोनाटा फाइनेंसप्रमोद कुमार पाण्डेय, कार्यपालक निदेशक, उत्कर्ष बैंक
उपमा के चेयरमैन विवेक तिवारी ने बताया कि अधिवेशन में ग्राहकों की अपेक्षाएँ, जिम्मेदार वित्तपोषण, RBI के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालन तथा व्यवसाय वृद्धि की रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक मंथन हुआ।
उपमा के मंत्री पारस वासनिक ने कहा, “यह हमारा आठवां वार्षिक अधिवेशन है और हमें विश्वास है कि यह माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र के सभी हितधारकों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध होगा।”
उपमा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुधीर सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान माइक्रोफाइनेंस व्यवसाय लगभग ₹15,137 करोड़ है, जिसमें लगभग 53 लाख महिला ग्राहक शामिल हैं तथा प्रति ग्राहक औसत ऋण ₹55,045 है। माइक्रोफाइनेंस सेवाएँ आज प्रदेश के हर जिले में पहुँच चुकी हैं।
इस अवसर पर माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाली विशिष्ट विभूतियों को सम्मानित भी किया गया जिनमें नवनीत कुमार सहगल, IAS, चेयरमैन, प्रसार भारती
अमिताभ यश, IPS, एडीजी / एसटीएफशैलेंद्र कुमार सिंह, महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा एवं चेयरमैन, SLBCसुजीत पांडेय, IPS, एडीजी, जोन शामिल रहे।





