CoP30: भारत की विकसित देशों को नसीहत- जलवायु वित्त में अरबों नहीं खरबों डॉलर दें, वादों को पूरा करें

बेलेम। ब्राजील के बेलेम में आयोजित किए जा रहे कॉप30 सम्मेलन में भारत की तरफ से केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शिरकत की। इस सम्मेलन में अपने संबोधन में भूपेंद्र यादव ने विकसित देशों को नसीहद दी कि वे नेट जीरों के लक्ष्य को तय समय से पहले हासिल करें।

साथ ही उन्होंने विकसित देशों से जलवायु वित्त में खरबों डॉलर देने की भी मांग की। भूपेंद्र यादव ने तंज कसते हुए कहा कि कॉप30 सम्मेलन को वादों को लागू करने वाले सम्मेलन के तौर पर याद किया जाना चाहिए।

जलवायु तकनीक की जरूरत

भूपेंद्र यादव ने अमेजन में कॉप30 सम्मेलन के आयोजन के लिए ब्राजील सरकार की तारीफ की। उन्होंने अमेजन को पृथ्वी की पर्यावरणीय दौलत का जीवित प्रतीक बताया।

यादव ने अपने संबोधन में विकसित देशों से अपील की कि वे अपने वादों को पूरा करें। उन्होंने कहा कि अब किफायती, हर किसी की पहुंच वाली जलवायु तकनीक की जरूरत है और ये सभी के लिए सुगम होनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने साल 2005 के बाद से गैर जीवाश्म ईंधन हम अपने कुल बिजली क्षमता के आधे का उत्पादन कर रहे हैं।

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