
नई दिल्ली। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में सोमवार को घना कोहरा छाया रहा। इस कारण एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई।
दृश्यता कम होने के कारण सड़कों पर वाहन रेंगते दिखे। रेल व हवाई यातायात पर भी असर पड़ा। बड़ी संख्या में उड़ानें रद हुईं और ट्रेनें घंटों विलंब से गंतव्य पर पहुंचीं। इस कारण यात्री परेशान रहे। अधिकतम तापमान में गिरावट से ठंड भी बढ़ गई है।
अगले दो दिनों तक मौसम इसी तरह का बना रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान था कि सोमवार सुबह मध्यम से घना कोहरा छा सकता है।
हालांकि, रविवार रात से ही दिल्ली सहित एनसीआर के अन्य शहरों में घना कोहरा छा गया। इस कारण आइजीआइ हवाई अड्डे पर उड़ानों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया।
आइजीआइ एयरपोर्ट पर 128 उड़ानें रद
कोहरे की घनी चादर के कारण रनवे पर दृश्यता गिरकर 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई। आइजीआइ एयरपोर्ट पर लगे उन्नत एआइ तकनीक आधारित कैट-3 लागू होने के बावजूद सुरक्षा कारणों से कुल 128 उड़ानें रद करनी पड़ीं।
वहीं, 300 से अधिक उड़ानें आधे घंटे से लेकर चार घंटे तक विलंबित रहीं। दिल्ली आने वाली आठ उड़ानों को जयपुर, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे शहरों की ओर डायवर्ट करना पड़ा।
दिल्ली से चलने वाली कई ट्रेनें देरी से रवाना
कोहरे व प्रदूषण के कारण रेल यात्री भी परेशान रहे। 90 से अधिक ट्रेनें दो से लेकर 15 घंटे की देरी से दिल्ली पहुंचीं। दिल्ली से चलने वाली कई ट्रेनें देरी से रवाना हुईं। रात में एक बार फिर दिल्ली कोहरे में लिपट गई।
मंगलवार को भी मध्यम से घना कोहरा छाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इसके लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। 31 दिसंबर को भी मध्यम से घना कोहरा छा सकता है।





