नई दिल्ली। पिछले 10 साल से दुबई में रह रही व काफी समय से चोट से परेशान भारत की टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने इंटरनेशनल टेनिस से रिटायरमेंट लेने का फैसला कर लिया है। पूर्व डब्लस नंबर एक सानिया मिर्जा 19 फरवरी से शुरू होने वाले दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद संन्यास ले लेंगी। वह पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रही हैं। उन्होंने भारत के लिए 6 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किए हैं।
दुबई में खेलेंगी आखिरी मैच
सानिया मिर्जा के संन्यास का ऐलान करते ही फैंस में मायूसी की लहर दौड़ गई है। 36 साल की सानिया मिर्जा ने पहले ही कह दिया था कि वह साल 2022 के आखिर में रिटायरमेंट का ऐलान कर देंगी। चोट के चलते वे साल के अंतिम 6 महीने में किसी टूर्नामेंट में नहीं उतर सकीं। कोहनी की चोट की वजह से वह US Open से बाहर हो गईं थी।
भारत के लिए जीते 6 ग्रैंडस्लैम
सिंगल्स कैटेगरी में सानिया मिर्जा की बेस्ट रैंकिंग 27 रही है, 2005 में तब वे यूएस ओपन के चौथे राउंड में पहुंचने में सफल रही थीं। इसके बाद उन्होंने भारत के लिए 6 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं।
उन्होंने डबल्स में ऑस्ट्रेलियन ओपन (2016), विम्बलडन (2015) और यूएस ओपन (2015) खिताब जीता है। इसके अलावा उन्होंने मिक्स्ड डबल्स में भी तीन ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन (2009), फ्रेंच ओपन (2012) और यूएस ओपन (2014) खिताब जीते हैं।
सानिया मिर्जा ने दिया ये बयान
सानिया मिर्जा ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं वो इंसान हूं, जो अपनी शर्तों पर जीना पसंद करती हूं। इसलिए मैं चोट के कारण बाहर नहीं होना चाहती। इसलिए अभी भी ट्रेनिंग ले रही हूं। वास्तव में मेरे दिमाग में भावनात्मक रूप से इतना आगे बढ़ने की क्षमता नहीं है। ऐसे में अपने खेल को आगे बढ़ाना अब मुश्किल है।’
पाकिस्तानी क्रिकेटर से की शादी
सानिया मिर्जा ने साल 2010 में पाकिस्तान के फेमस क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की थी। लेकिन उन्होंने भारत के लिए खेलना जारी रखी था। शादी के बाद वह दुबई शिफ्ट हो गईं थी। उनका एक बेटा भी है, जिसका नाम इजहान है।
मिले ये अवॉर्ड
सानिया मिर्जा अर्जुन अवॉर्ड (2004), पद्म श्री अवॉर्ड (2006), राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड (2015) और पद्म भूषण अवॉर्ड (2016) से सम्मानित हैं।