प्रयागराज। धर्म नगरी प्रयागराज के संगम तट पर लगे माघ मेले में आज धर्म सेंसर बोर्ड की तरफ से गाइड लाइन जारी की जायगी। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कुछ दिनों पहले ‘धर्म सेंसर बोर्ड’ के गठन का ऐलान किया था।
उनका कहना था कि, रिलीज होने से पहले यह बोर्ड फिल्में और सीरियल देखेंगे और उसकी समीक्षा करेंगे जिसके बाद फिल्म या सीरियल रिलीज होने देंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि जनता को आराम देने के लिए मनोरंजन अस्तित्व में आया, लेकिन कुछ नकारात्मक शक्तियां इसका दुरुपयोग कर रही हैं।
उन्होंने कहा इस माध्यम से जानबूझकर लोगों के मन में किसी व्यक्ति, धर्म संस्था के प्रति अनास्था उत्पन्न कर रहे हैं, इसीलिए धर्म संसद बोर्ड के गठन की ज़रूरत महसूस हुई है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के अनुसार धर्म-शोधन-सेवालय (धर्म सेन्सर बोर्ड) के गठन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। बोर्ड के दस सदस्यों के नाम का ऐलान भी हो गया है।
धर्म सेंसर बोर्ड केवल सिनेमा, टीवी, धारावाहिक आदि चलचित्रों की समीक्षा नहीं करेगा बल्कि यह स्कूल में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम, नाटक और विविध धार्मिक लीलाओं के मंचनों की भी समीक्षा करेगा। फिल्मों, धारावाहिकों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर गलत मन्त्रोचारण किए जाते हैं तो कार्रवाई भी करेगा।