अतीक अहमद के लखनऊ स्थित फ्लैट पर छापेमारी, प्रयागराज में करीबी को उठाया

लखनऊ/ प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड मामले में प्रयागराज पुलिस ने देर रात पुराना महानगर में यूनिवर्सल अपार्टमेंट में स्थित माफिया अतीक अहमद के फ्लैट में छापेमारी की। यहां हत्याकांड के शूटरों के छुपे होने की सूचना थी।

छापेमारी के दौरान सघन तलाशी ली गई अपार्टमेंट में लगे सीसी कैमरे चेक किए गए पर कोई मिला नहीं। परिसर से पुलिस ने एक लैंड क्रूजर और मर्सडीज कार बरामद की है। प्रयागराज पुलिस ने दोनों कारों को कब्जे में लेकर महानगर पुलिस के सिपुर्द कर दिया।

इंस्पेक्टर महानगर केके तिवारी ने बताया कि दोनों कारों को कब्जे में ले लिया गया है। अपार्टमेंट में हत्याकांड से जुड़े शूटरों के छिपे होने की आशंका थी। यह कारें कब से खड़ीं थी। इन्हें कौन यहां पर लाया था समेत तमाम बिंदुओं की जांच की जा रही है। प्रयागराज पुलिस के इनपुट पर लखनऊ पुलिस ने भी हत्यारोपितों की तलाश शुरू कर दी गई है।

दूसरी ओर मामले में प्रयागराज के सिविल लाइंस में बीएचएस स्कूल के पास अतीक के करीबी और ईट आन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस बिरयानी उर्फ नफीस अहमद को पुलिस ने मंगलवार रात हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ की जा रही है।

दरअसल, जिस कार से शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया था, वह नफीस की ही थी हालांकि कुछ महीने पहले उसने कार को जीटीबी नगर की रुखसार को बेच दिया था। घटना के बाद से रुखसार भी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।

हत्याकाण्ड में प्रयुक्त कार पुलिस ने चकिया में अतीक के घर के पास से बरामद की थी। कार पर नंबर नहीं था। गाड़ी की चेसिस और इंजन नंबर से पता चला कि गाड़ी इस वक्त जीटीबी नगर करेली के रहने वाले निसार अहमद की पत्नी रुखसार के नाम पर है।

मूल रूप से यह गाड़ी ईट आन रेस्टोरेंट के मालिक नफीस बिरयानी की थी। उसने लगभग साल भर पहले गाड़ी रुखसार के नाम पर ट्रांसफर करवाई थी। सूचना के बाद पुलिस तुरंत जीटीबी नगर स्थित पते रुखसार के पते पर पहुंची लेकिन वहां ताला लगा था। उसकी तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस ने इसी मामले में नफीस बिरयानी को हिरासत में लिया है।

उससे रुखसार समेत अन्य बातों के बारे में पूछताछ की जा रही है। नफीस को अतीक का ही गुर्गा माना जाता है। अतीक ने अपनी सरपरस्ती में ही उसकी दुकान सिविल लाइंस में पैलेस सिनेमा के पास लगवाई थी।

बाद में दुकान जब चल निकली तो नफीस ने नवाब यूसुफ रोड पर बड़ा सा गोदाम और रसोई बनवाई थी। जब अतीक और उसके गुर्गों के खिलाफ अभियान चला तो उसका गोदाम ध्वस्त कर दिया गया था। बाद में उसने बीएचएस के पास नया रेस्टोरेंट खोला।

यहां भी रेस्टोरेंट से प्रतिदिन लाखों की कमाई का अनुमान लगाया जाता है। पुलिस को यह भी शक है कि नफीस ने शूटरों को फंडिंग भी की थी। पुलिस अधिकारी अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहे हैं।

गाड़ी ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन रखता था अपने पास

पुलिस को जांच में पता चला है कि नफीस अहमद ने गाड़ी भले ही रुखसार नाम की महिला को ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन रखता वही था। उसके बच्चे हाल तक इसी क्रेटा गाड़ी में बैठे देखे गए थे। पूछताछ में नफीस इस बात का जवाब नहीं दे पा रहा है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि हो सकता है कि इसी कांड के लिए ही उसने गाड़ी रुखसार के नाम पर ट्रांसफर कराई हो।

सादे कपड़ों में पहुंचे थे पुलिस वाले

नफीस की तलाश में सोमवार की रात पुलिस वाले सादे कपड़ों में रेस्टोरेंट पहुंचे थे। हालांकि नफीस वहां नहीं मिला था। उसके बारे में पूछताछ करने के बाद पुलिस वहां से चली गई। उसे रात में ही करेली से उठाया गया।

अशरफ रेस्टोरेंट में करता था बैठकी

नफीस बिरयानी, अतीक और अशरफ का कितना करीबी था, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब अशरफ बाहर था। वह अक्सर रात में पैलेस सिनेमा हाल के पास वाले ईट आन रेस्टोरेंट में बैठता था। मंगलवार को रेस्टोरेंट बंद था। लोगों ने बताया कि रेस्टोरेंट हर मंगलवार बंद ही रहता है।

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