बाक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनाने में मददगार सिपाही निलंबित, इसी से भागा था विदेश

मुरादाबाद। कुख्यात लारेंस बिश्नोई गैंग के करीबी दीपक पहल उर्फ बाक्सर का फर्जी पासपोर्ट छजलैट (मुरादाबाद) के पते पर बनवाया गया है। इसमें बाक्सर का नाम रवि अंतिल दर्शाया गया है। पुलिस रिपोर्ट लगाने में मददगार सिपाही अजीत को निलंबित कर दिया गया है।

उसी ने दारोगा की आइडी से आनलाइन रिपोर्ट भेजी थी, वह हापुड़ का रहने वाला है। एसएसपी हेमराज मीना ने पूरे मामले की जांच एसपी देहात संदीप मीना को सौंप दी है।

एनसीआर का बड़ा गैंगस्टर है दीपक

सोनीपत (हरियाणा) के मूल निवासी गैंगस्टर को दिल्ली पुलिस ने अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) की मदद से मैक्सिको से गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीपक बाक्सर ने करीब तीन माह पहले रवि अंतिल के नाम से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था।

आवे्दन में उसने खुद को छजलैट क्षेत्र के नत्था नगला उर्फ कोकरपुर गांव का निवासी बताया था। 12 दिसंबर, 2022 को आवेदन पर सत्यापन रिपोर्ट छजलैट थाने से भेजी गई थी। 19 दिसंबर, 2022 को पासपोर्ट बरेली पासपोर्ट कार्यालय से जारी हो गया था। इसी पासपोर्ट से वह कोलकाता से 29 जनवरी, 2023 को मैक्सिको चला गया।

सिपाही ने लगाई सत्यापन रिपोर्ट

छजलैट थाने के कंप्यूटर आपरेटर (सिपाही) ने बाक्सर (रवि अंतिल) की सत्यापन रिपोर्ट एक दारोगा की आइडी से भेजी थी। बाक्सर की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने मुरादाबाद पुलिस से संपर्क किया था। इससे अधिकारियों में खलबली मच गई है।

एसएसपी ने बताया कि दीपक बाक्सर के बारे में दिल्ली पुलिस ने रिपोर्ट मांगी थी। पासपोर्ट की रिपोर्ट छजलैट थाने से भेजी गई है। इसमें किस-किस की संलिप्तता रही है, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस को पता चला है कि पासपोर्ट बनवाने में लारेंस बिश्नोई ने अपने संबंधों का इस्तेमाल किया था। उसका मुरादाबाद से कनेक्शन तलाशा जा रहा है। 

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