
बुलंदशहर। दिल्ली में 16 वर्षीय किशोरी साक्षी की चाकू से गोदकर नृशंस हत्या करने वाले मो. साहिल ने उप्र के बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र के गांव अटेरना में रहने वाले जिस बुआ शमीम उर्फ शम्मो के घर में पनाह ली थी उसको जब भतीजे की करतूत का पता चला, तो वह बेहोश हो गईं।
जिस तरह बेटी की हत्या की, उसी तरह उसकी हत्या की जाए
साहिल द्वारा की गई वारदात का इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित सीसीटीवी फुटेज देखकर बुआ शमीम उर्फ शम्मो ने कहा कि जिस तरह किसी की बेटी की हत्या भतीजे ने की है, ऐसे ही उसकी हत्या की जाए। किसी की बहन-बेटी को धर्म छिपाकर झांसे में लेना और उसके साथ धोखा करना ये तो शरीयत के खिलाफ है। कहा कि अब वह अपने मायके नहीं जाएगी और ऐसी करतूत करने वालों से जिंदगी भर संबंध नहीं रखेगी और न ही बच्चों को रखने देगी।
यदि पता होता साक्षी का कत्ल करके आया है तो खाना भी नहीं देती
शम्मो ने बताया कि यदि उसे पता होता कि साहिल किसी की बेटी को मारकर यहां आया है, तो वह उसे सुबह खाना भी नहीं देती। शम्मो के मंझले बेटे अमन ने बताया कि सोमवार सुबह चार बजे साहिल घर आया था। उससे खाने की बाबत पूछी तो उसने बताया कि वह दोस्तों के साथ बुलंदशहर में एक शादी में आया था, सोचा कि बुआ और आप लोगों से मिलकर घर जाऊंगा। जिसके बाद साहिल कमरे में पंखा चलाकर सो गया।
स्वजन को फोन पर बताया बुआ के घर हूं
सुबह करीब आठ बजे सोकर उठा और मोबाइल पर अपने परिवारवालों को फोन कर बताया कि वह बुआ के घर है। इसके बाद चाय और बिस्किट खाकर वह फिर से सो गया। करीब 12 बजे सोकर उठा और खाना खाकर फिर से सो गया। करीब तीन बजे दो पुलिसकर्मी घर में दाखिल हुए और पूछा कि साहिल घर में है क्या।
पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर साहिल को जगाया
अमन ने पुलिसकर्मियों को बताया कि कमरे में सो रहा है। जिसके बाद एक पुलिसकर्मी ने पिस्टल निकालकर हाथ में लिया और साहिल को झझकोर कर बोले कि तेरी नींद पूरी हो गई हो तो चलें दिल्ली। जिसके बाद साहिल पुलिसकर्मियों के सामने हाथ जोड़ते दिखा। पुलिस उसके बाद साहिल को थाने और फिर दिल्ली ले गई। उधर, आसपास के ग्रामीणों ने भी साहिल को फांसी की सजा की मांग की।