अयोध्या। उप्र की रामनगरी अयोध्या के धार्मिक पर्यटन स्थलों के कायाकल्प की तैयारी है। यहां के 37 ऐसे स्थलों को विकसित करने और पर्यटन सुविधा में बढ़ोत्तरी के लिए 34.55 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है। अयोध्या व उसके आसपास विभिन्न पौराणिक और ऐतिहासिक कुंडों, मठ-मंदिरों, आश्रमों एवं पर्यटन स्थलों का विकास एवं निर्माण तेज है।
इस बीच राम नगरी के कायाकल्प के लिए भी काम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन ने जिले के 37 धार्मिक पर्यटन वाले स्थलों को दुरुस्त किए जाने और पर्यटन सुविधा विकसित किए जाने के लिए धन की पहली किस्त जारी कर दी है।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि इन 37 धार्मिक पर्यटन स्थलों के फसाड ट्रीटमेंट और पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास/निर्माण कार्य के लिए 68.80 करोड़ रुपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति के साथ ही 34.55 करोड़ रुपये की प्रथम किस्त मिल गई है।
इसके जरिए बिल्डिंग एवं आर्ट संरक्षण कार्य, पेंटिंग, लाइटिंग अरेस्ट्रो, फसाड ल्यूमिनेशन, विजिटर एमिनिटीज टॉयलेट, क्लॉर्क रूम, ड्रिंकिंग वाटर एंड शू रेक, स्ट्रीट फर्नीचर, स्ट्रीट लाइट, बेंच, डस्टबिन, रेलिंग फुटपाथ, सीसीटीवी आदि कार्य कराए जाएंगे।
कार्यदायी संस्था उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड है। कार्यदायी संस्था को सभी स्थानों पर शीघ्र कार्य शुरु करने का निर्देश दिया गया है। सभी कार्यों को दिसंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है।
योजना में शामिल प्रमुख स्थल
जानकी घाट, बड़ा स्थान, दशरथभवन मंदिर, लक्ष्मण किला, मंगल भवन, अक्षरी मंदिर, राम कचेहरी मंदिर, ब्रम्ह कुंड गुरूद्वारा, रिषभ स्थान, पनास मंदिर, सियाराम किला, दिगंबर अखाड़ा, तुलसी चैाराहा मंदिर, कौशल्या घाट मंदिर, भारत महल मंदिर, हनुमान मंदिर, कालेराम मंदिर, नेपाली मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर,
विश्वकर्मा मंदिर, छोटी देवकाली मंदिर, मयूर मंदिर, राम गुलेला मंदिर, करतलिया बाबा मंदिर, तिवारी मंदिर, वेद मंदिर, सिंघम मंदिर, गारापुर मंदिर, मणिराम दास छावनी मंदिर, बरेली मंदिर, रंग महल मंदिर, सीशराज महल मंदिर, मोतीहारी मंदिर, महादेव मंदिर, राम पुस्तकालय मंदिर, विद्या देवी मंदिर, देवकाली कुंड मंदिर, सरोवर मंदिर, धन्यानाष्य कुंड मंदिर आदि शामिल हैं।