तेल अवीव। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में कथित संलिप्तता के लिए पकड़े गए भारतीय नागरिक को लेकर अमेरिका का बयान सामने आया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मामले में भारत द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय है।
दरअसल, पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय का नाम आने पर भारत सरकार ने इसकी जांच करने की बात कही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए एक जांच पैनल भी गठित किया।
क्या बोले ब्लिंकन?
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मामले की जांच करने का भारत सरकार का निर्णय काफी अच्छा और उचित है और अमेरिका परिणाम देखने के लिए उत्सुक है। तेल अवीव में पत्रकारों से बात करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी सरकार ने पिछले हफ्तों में इस मामले को सीधे भारत सरकार के सामने उठाया है और भारत की अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
यह है मामला
अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार को भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक की हत्या का साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिस व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग ने मुकदमा दर्ज किया है, उसका नाम निखिल गुप्ता उर्फ निक है।
हालांकि न्याय विभाग ने उस व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया है, जिसकी हत्या की साजिश रची गई थी लेकिन अमेरिकी मीडिया ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नूं की हत्या की साजिश रची गई थी।
कौन है निखिल गुप्ता
अमेरिका के न्याय विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 52 वर्षीय निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक है, जिसे बीती 30 जून को चेक रिपब्लिक की सरकार ने पकड़ा था। अब चेक रिपब्लिक से निखिल गुप्ता को अमेरिका प्रत्यर्पण किया जाएगा।