भारत ब्रांड दाल का चौथाई बाजार पर कब्जा, चीन आयातित तीन उत्पादों पर शुल्क

नई दिल्ली। भारत ब्रांड के तहत खुदरा बाजार में बेची जा रही चना दाल घरेलू उपभोक्ताओं के बीच सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्रांड बनकर उभरी है। इसने चार महीनों में ही एक-चौथाई बाजार ने हिस्सेदारी हासिल कर ली है।

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, किफायती होने से इस दाल को उपभोक्ता काफी पसंद कर रहे हैं। अक्तूबर में जारी भारत-ब्रांड चना दाल की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि अन्य ब्रांड की दाल 80 रुपये प्रति किलोग्राम हैं।

13,000 केंद्र के जरिये बिक्री

सिंह ने कहा, देश में परिवारों के बीच सभी ब्रांड वाली चना दाल की 1.8 लाख टन मासिक खपत में से एक-चौथाई हिस्सा भारत ब्रांड चना दाल का है। अब तक 2.28 लाख टन भारत ब्रांड चना दाल बेची जा चुकी है। शुरुआत में इसकी बिक्री 100 खुदरा केंद्रों से की गई। अब 21 राज्यों के 139 शहरों में 13,000 केंद्रों से बिक्री हो रही है।

भारत ब्रांड चावल बेचने की तैयारी

सचिव ने कहा, एजेंसियां सरकार से कच्चा चना खरीदकर की मिलिंग करती हैं और भारत ब्रांड के तहत खुदरा बिक्री करने से पहले उसकी पॉलिश करती हैं। सरकार भारत ब्रांड के तहत भारतीय खाद्य निगम का गेहूं का आटा भी बेच रही है। कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए वह भारत ब्रांड चावल की बिक्री पर भी विचार कर रही है।

चीन आयातित तीन उत्पादों पर शुल्क

भारत ने चीन से आयातित तीन उत्पादों व्हील लोडर, जिप्सम टाइल्स और औद्योगिक लेजर मशीनरी पर पांच वर्ष के लिए डंपिंग-रोधी शुल्क लगा दिया है। शुल्क डीजीटीआर की सिफारिश के बाद लगा है। इन उत्पादों के घरेलू विनिर्माताओं को चीन के सस्ते आयात से बचाने के लिए कदम उठाया गया है।

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