इस्लामाबाद। ईरान के एयर स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने आज गुरुवार को पलटवार किया है। पाकिस्तानी वायुसेना ने ईरान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों पर हमला किया। ये आतंकी ठिकाने बलोच विद्रोहियों के थे, जो पाकिस्तान में वांछित थे।
पाकिस्तान का यह कदम ईरान द्वारा ब्लूचिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद आया है, जिसमें ईरान की वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा में आतंकी संगठन जैश अल अदल के दो ठिकानों पर हमला किया था। इसे लेकर पाकिस्तान ने कड़ी नाराजगी जताई थी और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। पाकिस्तान के एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ईरान में पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक की जानकारी दी है।
ऑपरेशन ‘मार्ग बर सर्माचार’
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि ‘इस सुबह पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-ओ-ब्लूचिस्तान प्रांत में आतंकियों के ठिकानों पर मिलिट्री स्ट्राइक की। इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए हैं। खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। इस ऑपरेशन को ‘मार्ग बर सर्माचार’ नाम दिया गया।’
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘बीते कई सालों से हम इसे लेकर ईरान से बात कर रहे थे। लगातार ईरान के सामने अपनी चिंताएं जाहिर की कि कैसे ईरान का गैर प्रशासित इलाका आतंकियों की पनाहगाह बन गया था। पाकिस्तान ने इसे लेकर ईरान को कई बार डॉजियर भी सौंपा था। साथ ही आतंकी गतिविधियों के कई सबूत भी दिए गए थे।’
पाकिस्तान ने दी थी चेतावनी
ईरान की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने कहा था कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री से फोन पर बातचीत की और उनसे कहा कि पाकिस्तान की सीमा में 16 जनवरी को किया गया हमला ना सिर्फ पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला है बल्कि यह अंतराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन है और साथ ही पाकिस्तान और ईरान के द्विपक्षीय संबंधों के भी खिलाफ है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि विदेश मंत्री ने ईरानी विदेश मंत्री से कहा कि एयर स्ट्राइक से दोनों देशों के रिश्तों को गंभीर नुकसान हुआ है। पाकिस्तान के पास इस उकसावे वाली कार्रवाई का जवाब देने का अधिकार है। बयान में कहा गया कि ‘आतंकवाद से इस क्षेत्र के सभी देश जूझ रहे हैं और इससे निपटने के लिए साथ मिलकर समन्वित तरीके से कार्रवाई करने की जरूरत है।’
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि ‘एकतरफा कार्रवाई से क्षेत्रीय शांति खतरे में पड़ सकती है। किसी भी देश को इस खतरनाक रास्ते पर नहीं चलना चाहिए।’। इससे दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया है और पाकिस्तान ने ईरान के राजदूत को निष्कासित कर दिया है और साथ ही ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने भी ईरान पर जवाबी कार्रवाई की है।