अंतिम दौर में है प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी, आज शाम नए मंदिर में विराजमान होंगे रामलला

अयोध्या।  जिस दिन का सभी सनातनियों को वर्षों से इंतजार था, वो दिन बस आने ही वाला है। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में अब रामलला विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देने वाले हैं। आज रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का छठा दिन है।

अब अस्थायी गर्भगृह में रामलला के दर्शन नहीं होंगे। अब सामान्य जन को 23 जनवरी से रामलला के दर्शन नवनिर्मित भव्य दिव्य राममंदिर में मिलेंगे। वैकल्पिक गर्भगृह में विराजमान रामलला को नवर्निर्मित राममंदिर के गर्भगृह में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए स्वर्ण मंडित आधार तैयार किया गया है। 

आज शाम नए मंदिर में रखी जाएगी रामलला की मूर्ति

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि रामलला की मूर्ति जो वर्तमान में अस्थायी मंदिर में है, आज शाम 8 बजे नए मंदिर में रखी जाएगी, जहां नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कल की जाएगी।

देश को दिए आश्वासन के अनुरूप पूरा करना है कार्य

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया, आज प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन पहले का दिन है। सभी व्यवस्थाएं देखनी हैं। विशेष रूप से मंदिर के निर्माण कार्य में अंतिम दिन इस प्रकार सुनिश्चित करना है कि जो पूरे देश के आश्वासन दिया गया था उसकी पूर्ति हो सके। 23 जनवरी से एक नए उत्साह नए प्रतिबद्धता के साथ काम शुरू करेंगे। 2024 में पूरा मंदिर बन सके, ये कार्य हमें पूरा करना है।

सुरक्षा व्यवस्था चौकस

अयोध्या में कल होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। लता मंगेशकर चौक पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है।

राम भक्तों को मुफ्त में चाय, कॉफी का वितरण

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर राम भक्तों को मुफ्त चाय, कॉफी और दूध वितरित किया जा रहा है। अयोध्या में कल होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर में तैयारियां जोरों पर हैं। आज 114 कलशों के जल से रामलला की मूर्ति का स्नान कराया जाएगा।

हेलीकाप्टर से होगी पुष्प वर्षा

अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान हेलीकाप्टर से पुष्पों की वर्षा भी होगी। इसके लिए उच्च स्तर पर तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा घेरे को देखते हुए पुष्पों की वर्षा के लिए सेना से वार्ता की जा रही है।

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