अरेस्ट वारंट के बाद क्या गिरफ्तार होंगे अडानी? जानें रिश्वत केस से जुड़े हर सवाल का जवाब

नई दिल्ली। अमेरिकी कोर्ट से धोखाधड़ी और रिश्वत देने के आरोप के बाद भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी को बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने अडानी और उनके भतीजे के खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी किया है।

हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि अभी अमेरिका की पुलिस आएगी और अडानी को गिरफ्तार करके ले जाएगी। अडानी के पास अभी ऐसे कई रास्ते हैं जिन्हें अपनाकर वह गिरफ्तारी से बच सकते हैं।

क्या हैं अमेरिकी न्याय विभाग के आरोप?

अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी और अन्य पर आरोप है कि उन्होंने भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए एक अमेरिकी सूचीबद्ध कंपनी एज्योर पावर के अधिकारियों के साथ मिलीभगत की। यह फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेस एक्ट (FCPA) के तहत दंडनीय अपराध है।

इस मामले में FCPA मुख्य रूप से एज्योर पर लागू होता है। अडानी ग्रीन एनर्जी पर विभिन्न प्रतिभूति कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप है। ऐसा इसलिए क्योंकि अडानी ग्रीन एनर्जी ने अमेरिकी निवेशकों और संस्थानों से धन जुटाया था।

कितने आरोप हैं?

पांच मामलों के तहत आरोप तय किए गए हैं। इनमें FCPA का उल्लंघन करने की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी की साजिश, वायर धोखाधड़ी की साजिश, प्रतिभूति धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने की साजिश का मामला शामिल है।

एफसीपीए के आरोप और न्याय में बाधा डालने के आरोप एज्योर के अधिकारियों पर केंद्रित हैं। इन्होंने कथित तौर पर सबूत मिटा दिए। अडानी को जुटाए गए फंड के संबंध में प्रतिभूतियों और वायर धोखाधड़ी का सामना करना पड़ता है।

क्या है अभियोग?

अमेरिकी कानूनी प्रणाली में जांच एजेंसियां अपने निष्कर्षों को एक अभियोजक को सौंपती हैं। यह राज्य या संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाला एक वकील होता है। अगर सरकारी वकील को लगता है कि अपराध गंभीर है तो वह ग्रैंड जूरी के चयन की पहल कर सकता है।

ग्रैंड जूरी एक पैनल होता है जो मामले की सुनवाई करता है। इस पैनल में न्यूनतम 16 और अधिकतम 23 लोग शामिल हो सकते हैं। ग्रैंड जूरी की ओर से अदालत में लाए गए आरोपों को अभियोग के रूप में जाना जाता है। अडानी मुकदमे के दौरान आरोपों का विरोध कर सकते हैं।

इस तरह के अभियोग का मतलब है कि बैंक, संस्थागत निवेशक और रेटिंग एजेंसियां अडानी की संपत्तियों को नकारात्मक रूप से देखेंगी। साथ ही निजी इक्विटी निवेशकों और एसईसी-पंजीकृत निवेशकों को ग्रुप के साथ व्यापार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

क्या अडानी के पास बचने का कोई रास्ता है?

प्रतिभूति और अन्य अमेरिकी कानून आरोपी को विनियामक के साथ बातचीत करने और जुर्माना देकर व अपराध स्वीकार किए बिना उन्हें निपटाने का प्रावधान करते हैं।

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