नई दिल्ली। सदियों से नीम एक औषधि की के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में नीम का बहुत ही महत्व है। नीम का प्रयोग कई प्रकार से किया जाता है फिर वो चाहे उसकी डंठल से दातुन करना हो या फिर पत्तियों को उबाल कर बालों की जुएं खत्म करना हो।
इन सभी काम के साथ नीम की चाय भी पी जाती है जो ढेरों फायदे से भरपूर होती है। नीम की चाय बनाना बेहद ही आसान है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले नीम की पत्तियां धुल कर रख लें। पानी गर्म करें और इसमें धुली हुई नीम की पत्तियां डाल कर उबालें।
अदरक कद्दूकस कर के डालें। जब उबाल अच्छे से आ जाए तब इसमें फ्लेवर के लिए नींबू जूस और शहद डालें। छान लें। गर्मागर्म नीम ये एक जबरदस्त हेल्थ बूस्टर तैयार होता है जो कि शरीर को कई मायनों में फायदा पहुंचाता है।
नीम अदरक की चाय के फायदे-
पाचन दुरुस्त करे
नीम में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जिससे पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। नीम गैस और एसिडिटी भी दूर करता है। वहीं अदरक में जिंजरोल नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है जो कि अपच दूर करता है और पाचन क्रिया में सहायक होता है।
ओरल केयर
सुबह सुबह नीम अदरक की चाय पीने से मुंह साफ होता है,ओरल इन्फेक्शन और बैक्टीरिया दूर भागते हैं, कैविटी से बचाव होता है और ओरल हेल्थ बेहतर होती है। अदरक एक एंटी बैक्टिरियल एजेंट है जो कि मुंह में बैक्टीरिया के विकास पर रोक लगाता है।
मजबूत हड्डियां
नीम में कैल्शियम और मिनरल पाए जाते हैं, जो कि हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। यही कारण है कि नीम के तेल से मालिश करने से आर्थराइटिस के दर्द से राहत मिलती है। अदरक ओस्टियोबलास्ट प्रॉलिफरेशन नाम की क्रिया को सपोर्ट करता है, जिससे हड्डियों की ग्रोथ होती है।
बालों की क्वालिटी में सुधार
नीम स्कैल्प से खुजली और डैंड्रफ को खत्म करता है। नीम चाय अंदरूनी तौर पर शरीर को पोषण देता है, जिससे बालों की क्वालिटी में सुधार होता है। अदरक में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जिससे स्कैल्प से डैंड्रफ और खुजली समाप्त होती है।
डिस्क्लेमर: उक्त जानकारी के पूर्ण सत्य होने का हमारा दावा नहीं है। अपनाने से पूर्व विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।