
नई दिल्ली। इजरायल में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में संदेश दे दिया है कि वह आतंकी हाफिज सईद, जकी-उर-रहमान लखवी और साजिद मीर को भारत को सौंप दे और दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य हो जाएगी।
जेपी सिंह पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग में भी पदस्थ थे। उन्होंने इजरायली चैनल के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के खिलाफ भारत का मिलिट्री ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अब न्यू नॉर्मल आक्रामक आतंक रोधी रणनीति है।
‘पानी और खून साथ नहीं बह सकते’
जेपी सिंह ने सिंधु जल संधि पर भी भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यह समझौता सद्भावना और दोस्ती पर आधारित था। लेकिन बीते कुछ सालों में हमने देखा कि हम पानी बहने दे रहे हैं और पाकिस्तान आतंकवाद को एक्सपोर्ट कर रहा था।
उन्होंने कहा कि यह ऐसे नहीं चल सकता। हमारे प्रधानमंत्री ने साफ कह दिया था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। उन्होंने कहा कि आतंकवादी जहां कहीं भी छिपे हों, वहां घुसकर हम उन्हें मारेंगे और आतंकी ढांचों को तबाह कर देंगे।
आतंकी हमलों का किया जिक्र
सिंह ने 2001 के संसद हमले, 2008 में हुए मुंबई हमले और उरी, पुलवामा और पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए पाकिस्तान की करतूतें गिनाईं। उन्होंने कहा कि जैश एक मोहम्मद, इसके नेता मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा का नेता हाफिज सईद इन आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है।
जेपी सिंह ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी खुलेआम पाकिस्तन में घूमते हैं। पाकिस्तान इन आतंकियों को भारत को क्यों नहीं सौंप देता। जब अमेरिका तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित कर सकता है, तो पाकिस्तान क्यों नहीं। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान हाफिज सईद, लखवी, साजिद मीर को भी सौंप दे और मामला खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस है। भारत और इजरायल ही नहीं, आतंकवाद का दंश झेल रहे हर देश को एक साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान पर विश्वास नहीं कर सके। भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है।