
नई दिल्ली। पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने लाने के लिए भारत से दो प्रतिनिधिमंडल रवाना हो गए हैं। कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुयाना के लिए रवाना हुआ है। यह प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, पनामा, ब्राजील और कोलंबिया भी जाएगा।
वहीं, बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमंडल बहरीन के लिए रवाना हो गया है। यह प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत और अल्जीरिया भी जाएगा। दोनों प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद और भारत के पक्ष को दुनिया के सामने रखेंगे।
पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया को बताने जा रहे
कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल में डॉ सरफराज अहमद, शांभवी, जीएम हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, तेजस्वी सूर्या और मिलिंद देवड़ा शामिल हैं।
गुयाना रवाना होने से पहले शशि थरूर ने कहा कि वे पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की सच्चाई दुनिया को बताने जा रहे हैं। वे लोगों को समझाएंगे कि भारत का अनुभव कैसा रहा है।
थरूर ने कहा, “हमारा पहला पड़ाव गुयाना का जॉर्जटाउन है। हम न्यूयॉर्क से होकर गुजरेंगे। वहां हमें 9/11 स्मारक देखने का मौका मिलेगा। इससे हम दुनिया को याद दिलाएंगे कि आतंकवादी हमलों के शिकार लोगों के बारे में हम सोचते हैं। पिछले 4 दशकों से आतंकवादी हमलों की श्रृंखला दोहराई गई है।
यह प्रतीकात्मक इशारा हमारी यात्रा की शुरुआत को चिह्नित करेगा। हम फिर गुयाना के जॉर्जटाउन जाएंगे और गुयाना में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। हम सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों से मिलेंगे।”
आतंकवादी शिविर चला रहा पाकिस्तान-ओवैसी
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी बहरीन के लिए रवाना हो गया है। यह प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत और अल्जीरिया भी जाएगा। वे “ऑपरेशन सिंदूर” पर भारत का पक्ष रखेंगे।
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। बहरीन रवाना होने से पहले ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी शिविर चला रहा है। वे इस बारे में चारों देशों से बात करेंगे। इसका मतलब है कि ओवैसी भी पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर आवाज उठाएंगे।
बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने इस दौरे को लेकर कहा, “आज हमारा डेलीगेशन पश्चिम एशिया की इस यात्रा पर निकल रहा है। सबसे बड़ा संदेश वह एकता है जो भारत ने दुनिया को दिखाई है और दिखाना जारी रखा है।
हम इस संदेश को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि युद्ध के मैदान में जीत हासिल करने के बाद, दुनिया से आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहना महत्वपूर्ण है। हम एक विशेष प्रकार के आतंकवाद से पीड़ित हैं जो राज्य द्वारा प्रायोजित है।”
गौरतलब है कि दोनों प्रतिनिधिमंडलों का मकसद पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने लाना है। वे दुनिया को बताना चाहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और भारत इसका शिकार हो रहा है।
भारत चाहता है कि दुनिया आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो और पाकिस्तान पर दबाव बनाए कि वह आतंकवाद को बंद करे। इन प्रतिनिधिमंडलों के दौरे से भारत को उम्मीद है कि दुनिया पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर गंभीर होगी।
भारत चाहता है कि पाकिस्तान पर आतंकवाद को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाया जाए। इससे भारत में आतंकवाद कम हो सकता है और शांति स्थापित हो सकती है।