HDFC BANK और NSEZ ने डिजिटलीकृत रेंटल मैनेजमेंट सिस्टम को सक्षम करने के लिए MoU किए पर हस्ताक्षर

नोएडा। भारत के निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक और नोएडा स्पेशल इकोनामिक ज़ोन (NSEZ) ने आज डिजिटलीकृत और सुव्यवस्थित रेंटल और लीज मैनेजमेंट प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए।

इस पहल के तहत बैंक एनएसईजेड और उसके कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए कुशल किराया संग्रह और भुगतान सेवाओं के लिए एक अनुकूलित, प्रौद्योगिकी-आधारित समाधान की सुविधा प्रदान करेगा।

इसका मूल उदेश्य एक व्यापक किराया संग्रह प्रबंधन प्रणाली को लागु करना है।

यह प्लेटफ़ॉर्म स्वचालित भुगतान अनुस्मारक से लेकर विस्तृत वित्तीय रिपोर्टिंग और सुरक्षित डेटा प्रबंधन तक किराया संग्रह के सभी पहलुओं के प्रबंधन के लिए एक केंद्रीकृत केंद्र के रूप में काम करेगा।

पारंपरिक रूप से मैन्युअल कार्यों को स्वचालित करके सिस्टम त्रुटियों को कम करने के साथ साथ भुगतान चक्रों को तेज करेगा और वित्तीय लेनदेन में वास्तविक समय की दृश्यता प्रदान करेगा।

एमओयू से एनएसईजेड में 400 से अधिक कॉर्पोरेट संस्थाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है।

इस समझौता ज्ञापन पर एनएसईजेड के डिप्टी डेवेलपमेंट कमिश्नर श्री किरण मोहन मोहदीकर और एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड श्री अक्षय कुमार दीक्षित ने हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में एचडीएफसी बैंक के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शाखा बैंकिंग प्रमुख मुस्कान सिंह, एचडीएफसी बैंक के क्लस्टर प्रमुख अशोक सिंह,

एचडीएफसी बैंक के राज्य प्रमुख (उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड) मोहित केवल शर्मा, एचडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक आशीष मल्होत्रा और एचडीएफसी बैंक के रिलेशनशिप बैंकिंग प्रमुख मिलिंद मधुकर सहित एनएसईजेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

इस अवसर पर एचडीएफसी बैंक के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शाखा बैंकिंग प्रमुख मुस्कान सिंह ने कहा, “बैंक का उद्देश्य ग्राहक केंद्रित उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से सरलीकृत बैंकिंग को सक्षम बनाना है।

हमारा मानना है कि यह समझौता ज्ञापन एनएसईजेड और इसके कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए एक मजबूत किराया

प्रबंधन प्रणाली की सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह डिजिटल बैंकिंग के लिए एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में बैंक की भूमिका को और मजबूत करेगा।”

Back to top button