
कराची। आज शुक्रवार 11 जुलाई को पाकिस्तान में एक चलती बस को रोककर हमलावरों ने 9 यात्रियों का अपहरण कर लिया और बाद में उनकी हत्या कर दी। यह दर्दनाक वारदात बलूचिस्तान के झोब क्षेत्र में हुई।
सहायक आयुक्त झोब नवीद आलम ने बताया कि यह घटना बलूचिस्तान के झोबू इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई।
हमलावरों ने पहले यात्रियों के पहचान पत्र देखे और क्वेटा से लाहौर जा रही बस से 9 यात्रियों को उतारकर उन्हें गोली मार दी।
पाकिस्तान की जियो टीवी के अनुसार बलूचिस्तान में यह एक भयावह आतंकी वारदात है, जहां कालेटा से लाहौर जा रही एक यात्री बस को N‑40 मार्ग पर सशस्त्र हमलावरों ने रोक लिया।
इसके बाद बंदूकधारियों ने बस में सवार यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच की और पंजाब प्रांत से संबंध रखने वाले नौ पुरुष यात्रियों को चुनकर अगवा कर लिया। बाद में उनकी हत्या कर दी।
अपहरण के 1 घंटे बाद मिलीं लाशें
जिन यात्रियों का अपहरण किया गया, उनमें से अधिकांश की पहचान मंडी बहाउद्दीन, गुझरनवाला और वजीराबाद के निवासियों के रूप में हुई है।
अगवा किए जाने के एक से डेढ़ घंटे के भीतर उनकी लाशें एक पुल के नीचे नजदीकी पहाड़ी इलाके में मिलीं।
सभी को बेहद करीब से गोली मारकर हत्या की गई थी।स्थानीय डिप्टी कमिश्नर हबीबुल्लाह मुसाखेल के अनुसार, हमलावरों की संख्या लगभग 10 से 12 थी।
उन्होंने सुरक्षा बलों पर भी रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) और स्वचालित हथियारों से हमला किया और उसके बाद भाग निकले। सुरक्षाबलों ने पीछा किया, लेकिन हमलावर अब तक फरार हैं।
पाकिस्तान सरकार ने की घटना की निंदा
पाकिस्तान सरकार और बलूचिस्तान प्रशासन ने इसे एक सुनियोजित आतंकवादी हमला करार दिया है और इसकी कड़ी निंदा की है।
प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और दोषियों को जल्द पकड़कर कड़ी सजा दिलाने का वादा किया।
गौरतलब है कि सरकार ने पहले ही N‑70 मार्ग पर रात में यात्रियों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया था और सुरक्षा के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं (SOPs) लागू की थीं। इसके बावजूद ऐसी बड़ी चूक से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।