
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के कारणों को लेकर अटकलों का दौर जारी है। धनखड़ ने अपने इस्तीफे का कारण खराब स्वास्थ्य को बताया, लेकिन विपक्ष से लेकर तमाम राजनीतिक विश्लेषकों का कुछ और ही मानना है।
टाइमिंग पर सवाल उठा रहा विपक्ष
विपक्षी नेता धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद (Vice president of india) से इस्तीफे की टाइमिंग पर सवाल उठा रहे हैं और सरकार को घेर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि धनखड़ को जबरन इस्तीफा देना पड़ा है।
धनखड़ को आया था मंत्रियों का फोन
इस बीच एक बात ये भी सामने आई है कि जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग पर विपक्ष के नोटिस को स्वीकारने के कुछ देर बाद दो दिग्गज मंत्रियों का धनखड़ को फोन आया था।रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रियों ने बताया था कि इस कदम से पीएम मोदी खुश नहीं हैं।
इस पर धनखड़ ने जवाब देते हुए कहा था कि वो नियमों के अंदर ही काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने ये फोन किया था।
BAC मीटिंग में नहीं पहुंचे थे नेता
जानकारी के अनुसार, राज्यसभा में सोमवार को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की पहली मीटिंग के बाद ये सब हुआ।
इसके बाद शाम 4 बजकर 30 मिनट पर हुई दूसरी BAC मीटिंग में नेताओं ने न जाने का फैसला किया। रिपोर्ट के अनुसार, सरकार जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया राज्यसभा से शुरू करने पर हैरान थी।