
नई दिल्ली। बारिश रूपी आफत का प्रकोप शांत नहीं हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर में आज गुरुवार सुबह फिर दिन की शुरुआत बारिश से हुई। कई हिस्सों में सुबह बारिश देखी गई। वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी उफान पर है, जिसकी वजह से कई निचले इलाके बाढ़ की चपेट में हैं।
यमुना बाजार, मजनू का टीला, मयूर विहार, गीता कॉलोनी, और झरोड़ा कलां जैसे क्षेत्रों में पानी घरों और दुकानों में घुस गया है।मौसम विभाग ने इस महीने भी अच्छी बारिश का आनुमान जताया है। खराब मौसम और बारिश के कारण आज भी उड़ानें प्रभावित रहेंगी।
हरियाणा में स्थिति चिंताजनक
हरियाणा में नदी-नालों में उफान आने से स्थिति चिंताजनक हो गई है। हिसार, सिरसा और झज्जर में ड्रेनों में दरार आ गई है। घरों स्कूलों, अस्पतालों में पानी भर गया है। खेतों में फसलें डूब चुकी हैं।
बारिश जनित हादसों में चार जिलों 30 मकान ढह गए या क्षतिग्रस्त हुए और आठ लोगों की जान चली गई। 9 जिलों के प्रभावित इलाकों के स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गईं। पांच जिलों में करीब 200 परिवारों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। सात जिलों की 1,71,665 एकड़ फसल डूबी हुई है।
बाढ़ की चपेट में पंजाब
पंजाब में बाढ़ की चपेट में 1400 से अधिक गांव आए गए हैं। 4.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। करीब 37 लोगों की जान चली गई। 3.5 लाख एकड़ जमीन में फसल पानी में डूब गई है। राज्य सरकार ने 71 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है। पंजाब में अभी और हालात बिगड़ सकते हैं। दो दिन भारी बारिश का अलर्ट है।
हिमाचल प्रदेश के नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है जिससे नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट है। सड़कों के बंद होने और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त है फसलों को नुकसान हुआ है। पौंग डैम से अधिक पानी छोड़ने का फैसला किया गया है। बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है और मानसून में अब तक 343 लोगों की मौत हो चुकी है
छह एनएच और 1286 सड़कें बंद
लगातार हो रही वर्षा से वीरवार सुबह तक हिमाचल प्रदेश में 1286 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं, इनमें 6 राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-03, एनएच-05, एनएच – 21, एनएच-205, एनएच-505 और एनएच-305 शामिल हैं। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी (293), कुल्लू (225) और शिमला (216) जिलों में बंद हैं। उधर भारी वर्षा और सडकों के बंद होने के कारण शिक्षण संस्थानों को बंद किया गया है।
आगरा में यमुना का रौद्र रूप
उप्र के आगरा जनपद के बाह क्षेत्र स्थित बटेश्वर में यमुना (कालिंदी) का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार को ब्रह्मलाल महाराज मंदिर की देहरी तक उफनता पानी पहुंच गया। पुजारी और श्रद्धालुओं ने यमुना की आरती उतारकर नदी के शांत होने की प्रार्थना की।