
नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पुराने लोहे के पुल की सड़क तक पानी पहुंचने की उम्मीद है। गुरुवार को पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जो इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर है।
कुछ समय तक स्थिर रहने के बाद अब धीरे-धीरे इसमें कमी आनी शुरू हो गई है। सिग्नेचर ब्रिज से ड्रोन के जरिए तस्वीर ली गई। जहां लगातार बारिश के बाद यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
अभी भी खतरे के निशान से ऊपर यमुना
लगातार बारिश के बाद यमुना नदी के उफान पर आने और खतरे के निशान को पार करने के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को मयूर विहार फेज-1 के पास बनाए गए राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में मशीनें लगाई गईं। संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह 207.33 मीटर तक पहुंच गया है। जबकि चेतावनी स्तर 204.50 मीटर, खतरनाक स्तर 205.33 मीटर और हाई फ्लड लेवल 208.66 मीटर है।
दिल्ली-एनसीआर के संबंध में मौसम विभाग ने एक बार फिर चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट में अगले तीन घंटों में फरीदाबाद फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, करनाल, नूंह, पलवल, पानीपत और सोनीपत में मूसलाधार बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बीते एक सप्ताह में सामान्य से 48 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
ट्रैफिक जाम की मुसीबत
दिल्ली-एनसीआर में जोरदार बारिश से जहां लोगों को दिनचर्या में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं जलभराव के चलते कई शहरों के ट्रैफिक की कमर टूट गई है।