
कीव। यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के प्रयास के तहत रविवार को फ्लोरिडा स्थित रिजार्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की बैठक होगी। यहां होने वाली वार्ता करीब चार वर्ष से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने के सिलसिले में महत्वपूर्ण होगी।
शांति के लिए हम प्रतिदिन प्रयास कर रहे हैं- जेलेंस्की
एक्स पर पोस्ट अपने बयान में जेलेंस्की ने कहा, शांति की प्रत्याशा में हम अपना एक भी दिन व्यर्थ नहीं जाने दे रहे हैं। शांति के लिए हम प्रतिदिन प्रयास कर रहे हैं।
इसीलिए हमने अमेरिका के साथ सर्वोच्च स्तर पर वार्ता का निर्णय लिया है, उस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
जेलेंस्की ने बताया कि उनकी अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकाफ और दामाद जेरेड कुशनर ने युद्ध रोकने के संबंध में अच्छी वार्ता हुई है।
जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा था कि वह पूर्वी यूक्रेन (डोनबास) के नियंत्रण वाले इलाकों से अपने सैनिक हटा सकते हैं लेकिन रूस को भी वहां से अपने सैनिक हटाने होंगे और वहां पर असैन्य क्षेत्र बनाना होगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल तैनात होंगे।
जेलेंस्की का यह बयान ट्रंप की युद्ध खत्म कराने की कोशिश के बीच आया है। जबकि रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा है कि शांति के लिए धीमी लेकिन लगातार व ठोस प्रक्रिया चल रही है।
यूक्रेन के ताजा शांति प्रस्ताव पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को सकारात्मक संकेत भेजा है।
पुतिन की ओर से उनके विदेशी मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने टेलीफोन पर अमेरिकी अधिकारियों से बात की है। लेकिन रूस ने पूर्वी यूक्रेन के जीते हुए इलाकों से अपने सैनिक हटाने पर सहमत होने का संकेत नहीं दिया है।
डोनबास के 90 प्रतिशत क्षेत्र पर रूस का कब्जा
खनिज संपन्न और औद्योगिक रूप से विकसित डोनबास (लुहांस्क और डोनेस्क प्रांत) पर रूस अपना पूर्ण नियंत्रण चाहता है।
इसीलिए वह वहां के बाकी बचे थोड़े से हिस्से से भी यूक्रेनी सैनिकों की वापसी की शर्त लगा रहा है। वैसे बीते चार वर्षों के युद्ध में डोनबास के 90 प्रतिशत क्षेत्र पर रूस कब्जा कर चुका है।





