
नई दिल्ली। महिला ODI विश्वकप जीत के बाद 2 नवंबर की आधी रात कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टीम की साथियों के साथ जमकर जश्न मनाया। उन्होंने कोच अमोल मजूमदार के पैर छूए। टीम की युवा साथियों को संदेश दिया कि अब हमने विश्व कप न जीत पाने का मिथक तोड़ दिया है, अब हमें जीत की आदत बन जानी चाहिए। उन्होंने एलान किया कि यह अंत नहीं बल्कि बस शुरुआत है।
हरमनप्रीत कौर ने भारत को चैंपियन बनाने के बाद दिया बड़ा संदेश
2 नवंबर की रात विश्व कप जिताने वाला यादगार कैच लेने के बाद, भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पहले कभी नहीं देखी गई भावनाओं का पूरा नजारा दिखाया। कैच लेने के बाद वह पागलों की तरह दौड़ीं, जैसे कल कभी होगा ही नहीं।
जब युवा खिलाड़ी जश्न मना रहे थे, तो वह थोड़ी अलग-थलग खड़ी रहीं, उस पल को महसूस करने की कोशिश कर रही थीं। कप्तान हरमनप्रीत ने कोच अमोल मजूमदार के पैर छुए और इमोशनल होकर गले लगीं। इस बड़ी और ऐतिहासिक जीत के बाद उनकी आंखों से आंसू बह निकले।
इतना ही नहीं, भारतीय महिला क्रिकेट की दो दिग्गज मिताली राज और झूलन गोस्वामी को जब कप पकड़ने के लिए बुलाया गया, वह दोनों भी रो पड़ीं। यह एक ऐसा पल था जब कप्तान और उपकप्तान स्मृति मंधाना झूलन को गले लगा रही थीं और उनसे कह रही थीं कि दीदी, यह आपके लिए था।
हरमनप्रीत ने कहा कि यह अमोल सर ही हैं, जो हमेशा अपने कप्तान से कुछ बड़ा और कुछ खास करने के लिए कहते रहते थे। हमें सपोर्ट स्टाफ और BCCI को श्रेय देना चाहिए। हमने अपनी टीम में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किए,और उन्होंने सच में हम पर इन्वेस्ट किया और सभी की वजह से हम यहां खड़े हैं।
शेफाली ने कहा कि मैंने शुरू में कहा था कि भगवान ने मुझे यहां कुछ अच्छा करने के लिए भेजा है और आज वही दिखा। बहुत खुश हूं कि हम जीते और मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकती।





