PM मोदी को लगता है वे सब जानते हैं और भगवान को भी सिखा सकते हैं: राहुल गांधी

सैन फ्रांसिस्को। अमेरिका के तीन शहरों की अपनी यात्रा के दौरान मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी सैन फ्रांसिस्को पहुंचे। राहुल गांधी ने आज बुधवार सुबह सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को संबोधित किया। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोगों को लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं। वे भगवान को भी चीजें सिखा सकते हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनमें से एक हैं।

इस दौरान उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात की। राहुल गांधी ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन में कहा कि सरकार ने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए हरसंभव कोशिश की, लेकिन इसका प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। यह इसलिए हुआ क्योंकि भारत जोड़ो का आइडिया सबके दिलों में है।

लोगों को डरा रही भाजपा

कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस भारत में राजनीति के सभी उपकरणों को नियंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले, उन्होंने महसूस किया कि ऐतिहासिक रूप से राजनीति में इस्तेमाल होने वाले सामान्य उपकरण अब काम नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को धमका रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा इसलिए शुरू हुई क्योंकि लोगों से जुड़ने के लिए हमें जिन सभी साधनों की जरूरत थी, वे सभी भाजपा-आरएसएस द्वारा नियंत्रित थे।

राहुल करेंगे वाशिंगटन डीसी में सांसदों से मुलाकत

इससे पहले राहुल गांधी का हवाईअड्डे पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और आइओसी के अन्य सदस्यों ने उनका स्वागत किया। राहुल गांधी अपने दौरे के दौरान वाशिंगटन डीसी में सांसदों और थिंक टैंकों के साथ बैठकें करेंगे।

4 जून को न्यूयार्क में सभा

अमेरिका के अपने सप्ताह भर के दौरे के दौरान राहुल भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करने के साथ-साथ न्यूयार्क में वाल स्ट्रीट के अधिकारियों और विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत भी करेंगे। वह चार जून को अपनी यात्रा समाप्त होने से पहले न्यूयार्क में एक सार्वजनिक सभा को भी संबोधित करेंगे।

पिछले हफ्ते इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा कि गांधी की यात्रा का उद्देश्य साझा मूल्यों और वास्तविक लोकतंत्र के विजन को बढ़ावा देना है।

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