नई दिल्ली। खूबसूरत और बेदाग त्वचा की ख्वाहिश तो सभी रखते हैं और उसके लिए हर जरूरी उपाय भी करते हैं। हेल्दी डाइट से लेकर पर्याप्त नींद, पर्याप्त पानी पीना, दिन में दो बार फेसवॉश करना जैसी चीज़ें, लेकिन फिर भी चेहरे पर कील-मुंहासों, ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स की समस्या बनी रहती है।
क्या आप जानते हैं इतनी केयर के बावजूद ऐसा क्यों होता है? ऐसा इसलिए क्योंकि हम अपने स्किन के हिसाब से उसकी केयर नहीं करते। जी हां, ऑयली से लेकर ड्राई, सेंसिटिव, नॉर्मल हर एक स्किन की केयर का तरीका अलग होता है। अगर आपने इसे समझ लिया, तो न सिर्फ आप इन समस्याओं से बची रहेंगी बल्कि स्किन हेल्दी भी रहेगी।
ऑयली स्किन
ऑयली स्किन सबसे ज्यादा प्रॉब्लमेटिक स्किन होती है। ऐसी स्किन वालों के चेहरे पर लगभग हमेशा ही पिंपल्स रहते हैं। फोरहेड और नाक ऑयल की वजह से हमेशा ही चमकते रहते हैं। ऑयली स्किन में सीबम का प्रोडक्शन ज्यादा होता है। ऐसी स्किन वालों को दिन में दो बार फेसवॉश से अच्छी तरह चेहरा धोना चाहिए। मेकअप रिमूव करना न भूलें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
ड्राई स्किन
सर्दियों में ड्राई स्किन वालों की हालत और ज्यादा खराब हो जाती है। अगर आप सही तरीके से स्किन को मॉयश्चराइज नहीं करते, तो त्वचा खिची-खिची, पपड़ीदार नजर आती है। जिस वजह से खुजली और जलन भी हो सकती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए स्किन को हमेशा मॉयश्चराइज रखें। क्रीम तो लगाना जरूरी है ही, लेकिन साथ ही साथ पानी का इनटेक भी सही मात्रा में करें।
नॉर्मल स्किन
नॉर्मल स्किन को आप अच्छी स्किन कह सकते हैं क्योंकि ये न तो बहुत ज्यादा ऑयली होती है और न ही बहुत ज्यादा रूखी। सीबम का प्रोडक्शन भी संतुलित मात्रा में होता है। मौसम कोई भी हो ऑयल-फ्री सनस्क्रीन लगाकर आप अपनी स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रख सकती हैं। हां, लेकिन सोने से पहले मेकअप रिमूव करना न भूलें।
सेंसिटिव स्किन
सेंसिटिव स्किन मतलब बहुत नाजुक स्किन। जिसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स से लेकर खानपान, पर्यावरण कुछ भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए ऐसी स्किन को सबसे ज्यादा केयर की जरूरत होती है, तो अगर आपकी भी सेंसिटिव स्किन है, तो आपके लिए क्लेंजर, मॉइश्चराइजर और सनस्क्रीन का इस्तेमाल काफी रहेगा। बहुत ज्यादा स्किन केयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर: लेख में उल्लिखित सलाह सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में न लें। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।