उत्तराखंड: पानी की बौछारों से मिली कुछ राहत, अब तक 1520 हेक्टेयर जंगल जला

देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं पानी की बौछारों से राहत मिली है। भीषण गर्मी के साथ ही वनों में आग पर भी मौसम कुछ मेहरबान हुआ है।

हालांकि सोमवार को 24 घंटे के भीतर प्रदेश में 23 नई घटनाएं हुईं जिनमें कुल 36 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।फायर सीजन में अब तक कुल 1121 घटनाओं में 1520 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में जंगल की आग धधकने का सिलसिला अभी थमा नहीं है।

सोमवार को नरेंद्रनगर वन प्रभाग में चार, मसूरी वन प्रभाग में 12, कालसी वन प्रभाग में दो, लैंसडौन वन प्रभाग में दो, रुद्रप्रयाग वन प्रभाग में दो, केदारनाथ वन्यजीव आरक्षित क्षेत्र में एक घटना हुई।

इसके अलावा अब तक इस सीजन में जंगल में आग लगाने पर वन संरक्षण अधिनियम और वन अपराध के तहत 425 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं।

जंगल की आग की सूचना देने के लिए नंबर जारी

वहीं, वन विभाग की ओर से मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। साथ ही जंगल की आग की सूचना देने के लिए नंबर भी जारी किए गए हैं। 18001804141, 01352744558 पर काल कर सकते हैं।

साथ ही 9389337488 व 7668304788 पर वाट्सएप के माध्यम से भी सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा राज्य आपदा कंट्रोल रूम देहरादून को भी 9557444486 और हेल्पलाइन 112 पर भी आग की घटना की सूचना दे सकते हैं।

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