औषधीय गुणों का भंडार है लकड़ी जैसा दिखने वाला ये गरम मसाला, दिल-दिमाग दोनों को बनाता है दुरुस्त

नई दिल्ली। शायद ही कोई ऐसा हो, जिसने दालचीनी (Cinnamon) का नाम न सुना हो। आमतौर पर इसका इस्तेमाल गरम मसाले के तौर पर किया जाता है और इसकी खास सुगंध और स्वाद की वजह से इसे कई व्यंजनों में इस्तेमाल भी किया जाता है।

हालांकि, यह सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि आयुर्वेद की जाने वाली जड़ी बूटी भी है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी में कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन ए, बी6, सी और के जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

साथ ही इसमें औषधीय गुणों से भरपूर सिनामाल्डिहाइड नामक पोषक तत्व भी पाया जाता है,जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित होता है। ये पाचन में सुधार जैसे अनेक तरह के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है। हालांकि, बावजूद इसके कई लोग इससे होने वाले फायदों से अनजान हैं।

ब्लड शुगर नियंत्रण में रखे

दालचीनी का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार करे

एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर दालचीनी के सेवन से हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती हैं।यह बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है, साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है,जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।

वजन घटाने में सहायक

दालचीनी शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करती है, जिससे फैट तेजी से जलता है। इसके सेवन से भूख कम लगती है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जो वजन प्रबंधन में सहायक होता है।

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए

दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इसका नियमित सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और सर्दी, खांसी, फ्लू जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।

मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार

दालचीनी का सेवन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, याददाश्त को मजबूत करता है, और संज्ञानात्मक कार्यों में सुधार करता है। यह न्यूरोडिजेनरेटिव बीमारियों जैसे अल्जाइमर और पार्किंसन के जोखिम को कम करने में भी सहायक है।

पाचन में सुधार

दालचीनी पाचन तंत्र को सक्रिय करती है और अपच, गैस, और सूजन जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। इसके एंटीमाइक्रोबियल गुण आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया को नियंत्रित करते हैं, जिससे पेट की समस्याओं में सुधार होता है।

सूजन और दर्द में राहत

दालचीनी के प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी सूजन संबंधी समस्याओं में राहत प्रदान करता है। दालचीनी को अपने आहार में शामिल करने से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त लेख के पूर्ण सत्य होने का हमारा दावा नहीं है। अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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