दिसंबर महीने में कब-कब है एकादशी; यहां जानें तारीख, शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

नई दिल्ली। सनातन धर्म में एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए यह सबसे पवित्र दिन माना जाता है। इस शुभ दिन पर भक्त श्री हरि विष्णु के लिए उपवास रखते हैं और उनकी पूजा करते हैं।

एकादशी तिथि माह में दो बार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो साधक इस व्रत का पालन करते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही नारायण का आशीर्वाद मिलता है।

दिसंबर महीने में कब-कब है एकादशी?

मोक्षदा एकादशी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी तिथि 11 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 42 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 12 दिसंबर को देर रात्रि 01 बजकर 09 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए इस साल मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर को मनाई जाएगी।

सफला एकादशी डेट और शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 25 दिसंबर को देर रात 10 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 27 दिसंबर को देर रात 12 बजकर 43 मिनट पर होगा। उदया तिथि को ध्यान में रखते हुए 26 दिसंबर को सफला एकादशी मनाई जाएगी। ऐसे में साधक 26 दिसंबर को व्रत रख सकते हैं।

एकादशी पूजन विधि

  • सुबह जल्दी उठें और सबसे पहले घर को साफ करें। फिर पवित्र स्नान करें। मंदिर को साफ करें।
  • एक चौकी लें और उसमें श्रीयंत्र के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
  • देसी घी का दीपक जलाएं और फूल, माला, गोपी चंदन, मिठाई, फल और तुलसी पत्र आदि चीजें चढ़ाएं।
  • फिर श्री हरि की विधिवत पूजा करें। इस दिन एकादशी कथा का पाठ अवश्य करें।आरती से पूजा को पूर्ण करें।
  • इस दिन श्री हरि का भजन-कीर्तिन करना शुभ माना जाता है।
  • इसके साथ ही इस दिन भगवान विष्णु के वैदिक मंत्रों का जाप, भागवत कथा आदि का पाठ भी करना चाहिए।
  • वहीं, अगले दिन ब्राह्मणों को प्रसाद, क्षमता अनुसार धन, वस्त्र और अन्य आदि चीजों का दान करके व्रती अपना व्रत खोल सकते हैं।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें।

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