नहाय-खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का शुभारंभ, पटना में व्यापक तैयारी

पटना। लोक आस्था का महापर्व छठ आज से नहाय खाय के साथ प्रारंभ हो गया। छठ महापर्व में श्रद्धालु छठ मैया की आराधना करते हैं और विशेष तौर पर सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।

छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी के दिन नहाय खाय से होती है। पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और उगते सूर्य सप्तमी को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त होता है। इस चार दिवसीय त्योहार में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा की जाती है।

इस दिन व्रत करना बहुत कठिन माना जाता है क्योंकि इस व्रत को कठोर नियमों के अनुसार 36 घंटे तक रखा जाता है। छठ मैया की भक्ति में समर्पण, पवित्रता और अनुशासन का विशेष महत्व है। पटना समेत बिहार के सभी जिलों में छठ को लेकर सारी तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है।

दानापुर से पटना सिटी तक 109 घाट तैयार

छठ घाट पर जिला प्रशासन की ओर से सारी तैयारी पहले ही पूरी कर ली गई है। पटना में दानापुर से पटना सिटी तक 109 छठ घाट तैयार किए गए हैं। राजधानी के 109 गंगा घाटों, 63 तालाबों और 45 पार्कों में महापर्व हो रहा है। पटना के जिलाधिकारी त्याग राजन और वरीय आरक्षी अधीक्षक (SSP) कार्तिकेय शर्मा लगातार छठ घाटों पर भ्रमण करके सभी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें

पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पटना में छठ घाट पर सुरक्षा की सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी जगह पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर ली गई है। महिला, पुरुष पुलिस बल के साथ-साथ गस्ती पार्टी, पैदल लाठी पार्टी और पेट्रोलिंग गाड़ी को भी लगातार पेट्रोलिंग का निर्देश दिया गया है।

कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। सभी घाटों पर वॉच टावर भी लगाए गए हैं। CCTV से भी निगरानी रखी जा रही है। लोगों से अपील है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। किसी भी समस्या के लिए पुलिस से संपर्क करें।

पटना के शहरी क्षेत्रों में नदी घाटों पर उपलब्ध करवाई गईं सुविधाएं

अस्थायी शौचालयों- 552

अस्थायी यूरिनल- 450

नलों- 185

पानी का टैंकर- 50

चापाकल- 37

सबमर्सिबल मोटर एवं PVC टैंक- 20

अस्थायी चेंजिंग रूम- 400

यात्री शेड-13

नियंत्रण कक्ष-112

सहायक नियंत्रण कक्ष- 13

वाच टावर- 171

550 घाटों पर छठव्रतियों द्वारा किया जाता है छठ

पटना जिला में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के लगभग 550 घाटों पर छठव्रतियों द्वारा छठ किया जाता है। इसके अलावा पार्क एवं तालाबों में भी छठ किया जाता है।

इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के लगभग 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाब शामिल है। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-प्रबंधन के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार तेज़ी से सभी जगह तैयारी चल रही है। यह अंतिम चरण में है।

आपदा प्रबंधन की मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार किसी भी तरह की आपदा की आकस्मिकता से निपटने हेतु NDRF की 09 टीम (277 सदस्य), SDRF की 09 टीम (36 सदस्य), 444 गोताखोर, 323 नाव/नाविक तथा सिविल डिफेंस के 149 वोलंटियर्स तैनात रहेंगे।

रिवर पेट्रोलिंग भी किया जाएगा। नावों का परिचालन प्रतिबंधित है। अवैध परिचालन के विरूद्ध सख़्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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